नई दिल्ली। नकदी संकट से जूझ रही देश की 25 साल पुरानी प्राइवेट एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज ने बुधवार रात से अपना परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया है। हालांकि, कंपनी ने कहा है कि उसने अस्थायी तौर पर परिचालन बंद किया है और मैनेजमेंट इसे दोबारा शुरू करने के उपाय खोजने में जुटा है। आपको बता दें कि जेट एयरवेज का मैनेजमेंट अब एसबीआई के नेतृत्व में कर्जदाताओं का एक समूह देख रहा है। जेट एयरवेज की आखिरी उड़ान 17 अप्रैल को मुंबई-अमृतसर के बीच उड़ी थी।
जेट एयरवेज का परिचालन पूरी तरह से बंद होने के बाद उन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने महीनों पहले जेट एयरवेज की उड़ानों के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टिकट बुक करवा रखे हैं। हालांकि जेट एयरवेज ने कहा है कि वह अपने सभी यात्रियों को ई-मेल या एसएमएस के जरिये उड़ान रद्द होने की जानकारी देगी।
क्या करें अब यात्री
अगर आपकी उड़ान अपने डिपार्चर समय से 72 घंटे के भीतर रद्द की गई है तो आपको एयरलाइन को फोन कर या उसके ऑफिस में जाकर अपना टिकट कैंसिल करवाना होगा। अगर आपने ऑनलाइन टिकट बुक की है तो अब आप कंपनी की वेबसाइट के डिसरप्शन असिस्टेंस पेज पर जाकर वहां दिया गया फॉर्म भरें।
अगर आपने किसी एजेंट के जरिये टिकट बुक कराया था तो अब आप उसी एजेंट से संपर्क करें। यदि आपने मेकमायट्रिप, क्लियरट्रिप या यात्रा डॉट कॉम जैसे पोर्टल के जरिये टिकट खरीदा है तो आपको टिकट कैंसिल करने या अन्य विकल्प के लिए उन्हीं से संपर्क करना होगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि डीजीसीए और दूसरी नियामकीय एजेंसियां रिफंड, टिकट कैंसलेशन और वैकल्पिक बुकिंग से जुड़े मामलों पर नजर रखेंगी और यात्रियों को कोई परेशानी न हो इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।
अगर आपको अपना टिकट कैंसिल कराने या रिफंड लेने में कोई परेशानी आ रही हो तो आप एयरसेवा के पोर्टल या उसके मोबाइल एप के जरिये शिकायत कर सकते हैं।