Key Highlights
- परिवारों में वसीयत न होने की वजह से संपत्ति को लेकर विवाद और बंटवारे होते हैं।
- कोई भी बालिग व्यक्ति जिसकी मानसिक स्थिति स्वस्थ हो वह वसीयत बना सकता है।
- किसी भी सफेद कागज पर लिखी वसीयत का रजिस्टर्ड वसीयत जितना ही महत्व होता है।
- भारतीय पंजीकरण अधिनियम, 1908 के तहत वसीयत की सुरक्षा का प्रावधान है।