नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के बीच सालाना पंद्रह हजार करोड़ रुपए के देश के धूप-अगरबत्ती कारोबार में 15 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हो रही है और निवेशक आकर्षित हो रहे हैं। श्रम गहन इस उद्योग का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण के इस मुश्किल वक्त में भी लोगों की आस्था, पूजा पर किसी महामारी का अधिक प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है और आम लोगों में पूजा सामग्रियों की मांग बढ़ी भी है।
अगरबत्ती कंपनी मोड रिटेल एंड मार्केटिंग के निदेशक संजीव नायर ने एक बयान में कहा कि अगरबत्ती और धूप का घरेलू बाजार 15,000 करोड़ रुपए का है और सालना 15 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र नया निवेश आकर्षित कर रहा है। उद्योग के अनुसार देश में अगरबत्तियों की मौजूदा मांग 3,000 टन की है, जबकि आपूर्ति इसकी आधी है। बाकी माल चीन और वियमतनाम जैसे देशों से आता रहा है। नायर ने बताया कि धूप-अगरबत्ती उद्योग में निवेशक आकषिर्त हो रहे हैं।
उन्होंने कहा मोड रिटेल के प्रमुख ब्रांड प्रभु श्रीराम (पीएसआर) ब्रांड में ही देश विदेश के निवेशकों ने कुल लगभग 100 करोड़ रुपए के निवेश को हासिल किया है या प्रतिबद्धता जताई है। निवेश के कई समझौतों का अंतिम रूप दिया जा रहा है।
पीएसआर का इरादा अगले दो वर्षो में अगरबत्ती कारोबार में महत्वपूर्ण बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की है। उसने मझोले और छोटे शहरों में अपना कारोबार विस्तार करने का लक्ष्य तय किया है। केंद्र सरकार अगर बत्ती की घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार, आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अगरबत्ती एवं धूप उद्योग को सब्सिडी भी प्रदान कर रही है।