नई दिल्ली। बैंकों ने यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI)पर (P2P)भुगतान के लिए शुल्क वसूलना शुरू किया है। SBI ने यह शुल्क एक जून से वसूलना शुरू किया वहीं एचडीएफसी बैंक इसे 10 जुलाई से शुरू करने जा रहा है।
बैंक वसूल रहे है शुल्क
HDFC बैंक ने कुछ ग्राहकों को ई-मेल भेजा है। इसमें लिखा है, 10 जुलाई से यूपीआई से किए गए भुगतान पर अतिरिक्त शुल्क लगेगा। अब 25,000 रुपए तक के भुगतान के लिए 3 रुपए (टैक्स अतिरिक्त) का शुल्क लगेगा। 25,001 से 100,000 लाख रुपए तक के भुगतान के लिए 5 रुपए (अतिरिक्त शुल्क) का शुल्क लगेगा। यह भी पढ़े: पीएम मोदी की मुहीम लाई रंग, भीम एप डाउनलोड दो करोड़ के पार
एनपीसीआई के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर दिलीप अस्बे का कहना है कि
हमने हर बैंक को यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस उपलब्ध कराया है। अभी तक किसी बैंक द्वारा यूपीआई पेमेंट पर शुल्क लगाए जाने की जानकारी नहीं है। लेकिन बैंक चाहें तो दो खाता धारकों के बीच में यूपीआई ट्रांजेक्शन के लिए शुल्क ले सकते हैं। लेकिन दुकानों में इस प्लेटफॉर्म के जरिए भुगतान करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा। यह एनपीसीआई की गाइडलाइन में साफ-साफ लिखा है।
UPI क्या है
यूपीआई यानि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस एक ऐसा एप्लिकेशन है जिसका द्वारा उपभोक्ता दूसरें बैंकों में आसानी से पैसों का लेन-देन कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास अकाउंट डिटेल होना जरूरी नहीं है। आप केवल मोबाइल नंबर के माध्यम से ही ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसका उपयोग करना बेहद ही आसान है और केवल कुछ स्टेप के द्वारा ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। इसे उपयोग करने के लिए आपको गूगल प्ले स्टोर से इस एप को डाउनलोड करना होगा। यह भी पढ़े: ओला ने यूपीआई की सुविधा जोड़ी, लाखों उपभोक्ताओं को डिजिटल भुगतान में सहूलियत
ऐसे आप कर सकते है इसका इस्तेमाल
यूपीआई एप में आप केवल एक क्लिक कर पैसों का लेन-देन (ट्रांजेक्शन) कर सकते हैं। इसका उपयोग करने के लिए आपके स्मार्टफोन में केवल इंटरनेट की सुविधा होना जरूरी है। अन्य पेमेंट एप्लिकेशन की तरह यहां आपको लॉगइन करने या ओटीपी प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं होगी और न आपको किसी अन्य कार्ड या कार्ड नंबर जरूरत होगी। यूपीआई एप को उपयोग करने के लिए सबसे पहले इसे अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड करें और वहां एक यूनिक आईडी बनाएं। आईडी बनाने के बाद आपको मोबाइल पिन जनरेट करना होगा। जिसे आपको अपने आधार नंबर से जोड़ना होगा। यूपीआई दरअसल एक वर्चुअल आईडी से दूसरे वर्चुअल आईडी तक फंड ट्रांसफर करता है। यूपीआई में आपको अपनी वर्चुअल आईडी अपने बैंक से मिलेगी। अगर आपका फोन नंबर 9999005220 है और खाता एसबीआई में है तो आपका वर्चुअल आईडी 9999005220@sbi भी हो सकता है। यह भी पढ़े: डेबिट-क्रेडिट कार्ड से लेकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन तक के लिए देना होता है चार्ज
घर पर किसी सदस्य को पैसे भेजने हैं तो उसकी वर्चुअल आईडी डालिए और उसमें भेजी जाने वाली राशि भरिए और फिर पे टू का बटन क्लिक कर दीजिए। पैसा आपके अकाउंट से उस सदस्य के अकाउंट में पहुंच जाएगा। यूपीआई एप का उपयोग कर एक दिन 50 रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक का ट्रांसफर कर सकते हैं। यूपीआई का उपयोग 24 घंटे और सातों दिन किया जा सकता है।