नई दिल्ली। मतदाता सूची में हेरा-फेरी और फर्जी वोटरों पर लगाम लगाने व वोटर आईडी कार्ड के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठा सकती है। केंद्र सरकार पीएम मोदी की डिजिटल इंडिया मुहिम को आगे बढ़ाने के साथ-साथ लोगों का डेटा सुरक्षित रखने के लिए आधार और वोटर आईडी कार्ड को लिंक करने को अनिवार्य करने जा रही है। यानि अब पैन कार्ड के बाद वोटर आईडी कार्ड को आधार से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए संसद में बिल पेश किया जा सकता है। बता दें कि, देश में आधार प्रोजेक्ट को 2010 में लागू किया गया था।
बताया जा रहा है कि डिजिटल इंडिया के तहत फर्जी लोग जैसे कि एक से अधिक मतदाता पहचान पत्र वालों को ट्रैक करने के लिए वोटर आईडी कार्ड को बायोमेट्रिक्स सक्षम आधार कार्ड से जोड़ने से काफी हद तक फर्जीवाड़े को रोका जा सकता है। सरकार ने नागरिकों को आधार आईडी में मतदाता पहचान पत्र या निर्वाचक का फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) लिंक करने की सुविधा दी है। अधिकारी अब एक ही व्यक्ति के नाम पर जारी फर्जी या एक से अधिक वोटर आईडी कार्ड का निराकरण करने में सक्षम हैं।
आधार पंजीकरण यह बताता है कि आधार धारक अपनी बायोमेट्रिक जानकारी जैसे कि फिंगरप्रिंट, आइरिस स्कैन प्रदान करता है, और इस डेटा को डुप्लिकेट करना लगभग असंभव है। इसी कारण मतदाता पहचान पत्र के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए आधार से लिंक कराना आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है। आपको बता दें कि इसे ऑनलाइन कैसे किया जा सकता है यह बिल्कुल कठिन नहीं है।
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने इससे पहले फरवरी 2015 में आधार को मतदाता फोटो पहचान पत्र (या ईपीआईसी) से जोड़ने की कवायद शुरू की थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इसे रोक दिया गया। रोक लगने से पहले तक चुनाव आयोग ने 38 करोड़ वोटर कार्ड लिंक कर लिए थे।
जानिए कैसे वोटर आईडी कार्ड (ईपीआईसी) को आधार से करें लिंक
- एनवीएसपी पोर्टल के जरिए ऑनलाइन लिंक करें- भारत सरकार के एनवीएसपी (https://www.nvsp.in/) पोर्टल पर जाएं, इसके बाद सर्च बटन पर क्लिक करें, अपने विवरण जैसे राज्य, जिला, नाम, जन्म तिथि, पिता का नाम आदि भरें।
- इसके बाद अपने द्वारा भरे गए विवरणों को चेक कर लें और सर्च करने का बटन क्लिक करें, आपका ईपीआईसी विवरण स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।
- इसके बाद बाएं-हाथ की ओर आपको फीड आधार नंबर का विकल्प मिलेगा, इस पर क्लिक करें। एक पॉप-अप पेज दिखाई देगा जहां आपको आधार कार्ड के रूप में नाम फीड करना होगा। आधार नंबर, ईपीआईसी नंबर, पंजीकृत मोबाइल नंबर या पंजीकृत ईमेल पता भरें। विवरण जांचें और "सबमिट करें" बटन दबाएं।
- यदि आपकी ओर से प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो एक एसएमएस संदेश देगा। एसएमएस यह बताएगा कि प्रक्रिया आपकी ओर से पूरी हो गई है या नहीं। एक संदेश स्क्रीन पर दिखाई देगा जो पुष्टि करता है कि आपका आवेदन आवश्यकता के अनुसार पंजीकृत किया गया है।
- आधार को वोटर आईडी कार्ड से एसएमएस के जरिए भी लिंक कर सकते हैं। यदि आप अपना आधार नंबर अपनी वोटर आईडी से लिंक कराना चाहते हैं, तो आप प्रारूप में 166 या 51969 पर एसएमएस भेज सकते हैं, जैसा कि यहां दिखाया गया है- ECILINK<SPACE><EPIC No.>< SPACE><आधार संख्या>
- आधार को वोटर आईडी कार्ड से फोन के जरिए भी लिंक कर सकते हैं- इसके लिए आपको स्थापित डेडिकेटेड कॉल सेंटर 1950 पर कॉल करना होगा, इस पर आपको सप्ताह के दिनों में सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच कॉल करनी होगी। लिंक करने के लिए अपनी वोटर आईडी और आधार कार्ड की जानकारी देनी होगी।
- बूथ स्तर के अधिकारियों के माध्यम से भी वोटर आईडी कार्ड को आधार से लिंक कराया जा सकता है। बीएलओ कार्यालय या केंद्र में जाकर अपने संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को आवेदन देना होगा। बीएलओ अधिकारी डेटा और रिकॉर्ड को सत्यापित करेंगे और फिर परिवर्तन करने की अनुमति देंगे।