नई दिल्ली। भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग बाजार में काफी उल्लेखनीय वृद्धि देखनी को मिल रही है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI), ई-कॉमर्स, रिटेल और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में इस साल के अंत तक 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। वैश्विक स्टाफिंग रिपोर्ट के अनुसार, देश के स्टाफिंग बाजार का आकार 3.6 अरब यूरो का है। इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (ISF) के अनुसार वाहन, रिटेल और ई-कॉमर्स तथा बुनियादी ढांचा उन शीर्ष 15 क्षेत्रों में शामिल हैं जिसमें 81 प्रतिशत औपचारिक क्षेत्रबल कार्यरत है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑटोमेशन और नवोन्मेषण से कार्य प्रकृति बदल रही है। राष्ट्रीय फ्लेक्सी स्टाफ में BFSI का योगदान 12 प्रतिशत, बुनियादी ढांचा, निर्माण और ऊर्जा का 11 प्रतिशत, खुदरा और ई-कॉमर्स का मिलाकर पांच प्रतिशत है।
आईएसएफ की अध्यक्ष रितुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा कि देश में कार्यस्थल पर काफी निचले स्तर पर उत्पादकता की समस्या है। इसके पीछे वास्तविक समस्या कौशल की कमी की है।