Highlights
- 23 जुलाई 2021 को भारतीय बाजारों में लिस्ट हुआ था Zomato
- Zomato के शेयरों ने 169 रुपये प्रति शेयर के Record हाई को भी छुआ था
- बीएसई और एनएसई पर 51% से ज्यादा के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था
Zomato का शेयर हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को 14 फीसदी से अधिक टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया। हालांकि, बाद में खरीदारी लौटने से शेयर में हल्की तेजी देखने को मिली। 12 बजे तक कंपनी का शेयर 10.34% टूटकर 48.10 रुपये पर कारोबार कर रहा है। गौरतलब है कि IPO आने के बाद एक समय इस शेयर ने 169 रुपये का Record हाई को भी छुआ था। हालांकि, बीते एक साल से कंपनी के शेयर में लगातार गिरावट का दौर जारी है। आज शेयर 14 फीसदी टूटकर 46 के स्तर पर पहुंच गया था। आखिर, क्या वजह है कि कंपनी के शेयर में इतनी बड़ी गिरावट आई है। आइए, जानते हैं कि इनती बड़ी गिरावट की वजह और कहां तक टूट कर जा सकता है यह शेयर?
इसलिए आई इतनी बड़ी गिरावट
कंपनी के प्रमोटरों, शेयरधारकों, कर्मचारियों और अन्य के लिए एक साल का लॉक इन अवधि आज समाप्त हो गया है। इसलिए कंपनी के शेयर में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। फूड चेन प्लेटफॉर्म की एक साल की कुल चुकता पूंजी लगभग 78 प्रतिशत है और बाजार विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे थे कि जोमैटो के शेयरों में इस सप्ताह बिकवाली का दबाव देखने को मिलेगा । Zomato का पब्लिक इश्यू 23 जुलाई 2021 को लिस्ट हुआ था। आज ज़ोमैटो के शेयर नीचे की ओर खुले और कुछ ही मिनटों में 47.50 रुपये का रिकॉर्ड निचला स्तर बना दिया।
शेयर टूट सकता है 40 रुपये तक
Zomato के शेयरों में बिकवाली पर बोलते हुए, अनुज गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट- रिसर्च, IIFL सिक्योरिटीज ने कहा, Zomato के शेयर 23 जुलाई 2021 को भारतीय बाजारों में लिस्ट हुआ था। इसका मतलब है कि आज प्रमोटरों, कर्मचारी और शेयरधारक के लिए एक साल का लॉक-इन समाप्त हो गया है। इसलिए कंपनी के शेयर में इतनी बड़ी गिरावट आई है। जोमैटो के शेयर 23 जुलाई 2021 को बीएसई और एनएसई पर 51 फीसदी से ज्यादा के मजबूत प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था। बंपर लिस्टिंग के बाद, Zomato के शेयरों ने नवंबर 2021 में 169 रुपये प्रति शेयर के Record हाई को भी छुआ था। शेयर में तेजी आने से कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1 अरब रुपय के पार कर गया था। जानकारों का कहना है कि कंपनी का शेयर 40 रुपये तक टूटकर पहुंच सकता है।