भारतीय शेयर बाजार में आज लगातार 5वें दिन बड़ी गिरावट जारी रही। सेंसेक्स और निफ्टी यानी दोनों बेंचमार्क इंडेक्स सितंबर में अपने-अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 10 प्रतिशत टूट गए हैं। पिछले पांच सत्रों में ही सूचकांकों में लगभग 4 प्रतिशत की गिरावट आई है। बाजार में पिछले 1 महीन से अधिक समय से जारी भारी गिरावट से निवेशकों के करीब 47 लाख करोड़ डूब गए हैं। अधिकांश रिटेल निवेशकों के पोर्टफोलियो रेड में पहुंच चुके हैं। पोर्टफोलियो में शामिल कई स्टॉक 50% से 60% तक टूट चुके हैं। ऐसे में उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि बाजार में यह गिरावट क्यों जारी है और कहां तक अभी और बाजार टूट सकता है। अगर आप भी शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं तो इन दोनों सवालों के जवाब जरूर ढूंढ रहे होंगे। आइए आपके सवालों के जवाब देते हैं।
1. महंगाई में जोरदार उछाल
एक बार फिर महंगाई ने 14 महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आपको बता दें कि खाने-पीने के सामान महंगा होने से अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 6.21% पर पहुंच गई। इससे पिछले महीने यानी सितंबर में 5.49 प्रतिशत थी। महंगाई में उछाल से बाजार का खराब सेंटिमेंट और खराब हुआ है। इससे आज बड़ी बिकवाली आई है।
2. विदेशी निवेशकों द्वारा भारी बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) भारतीय बाजार में भयंकर विकवाली कर रहे हैं। नवंबर में अब तक एफआईआई ने 23,547 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जबकि अक्टूबर में 94,017 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। इससे बाजार लगातार टूट रहा है।
3. रिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया
डॉलर मजबूत होने से भारतीय रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत ने डॉलर इंडेक्स को बढ़ावा दिया है, जो इस महीने अब तक 1.8% बढ़ा है। इसका असर भी बाजार पर हुआ है।
4. कंपनियों के खराब नतीजे
भारतीय कंपनियों के तिमाही नतीजे अच्छे नहीं रहे हैं। इसका असर भी उन कंपनियों के शेयरों पर हुआ है, जिससे बाजार में गिरावट को बल दिया है।
कहां तक टूट सकता है अभी बाजार
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि बाजार में मुनाफावसूली जारी है। सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में मुनाफावसूली है। दैनिक चार्ट पर मंदी की कैंडल मौजूदा स्तरों से और कमजोरी का संकेत दे रहस है। हमारा मानना है कि, मौजूदा बाजार की स्ट्रक्चर कमजोर है लेकिन ओवरसोल्ड है; इसलिए हम मौजूदा स्तरों से एक इंट्राडे पुलबैक रैली की उम्मीद कर सकते हैं। अगर बाजार और टूटा तो एक बार 23400 से लेकर 23200 का स्तर भी देखने को मिल सकता है।