प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। बिटकॉइन पहली बार 94,000 डॉलर के पार चला गया है। इस तरह इसने रिकॉर्ड ऑल टाइम हाई लेवल बनाया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव जीत चुके डोनाल्ड ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी क्रिप्टो ट्रेडिंग फर्म Bakkt को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। इससे ये उम्मीदें पैदा हो गई हैं कि ट्रंप के वाइट हाउस में दूसरे कार्यकाल के दौरान क्रिप्टो-फ्रेंडली प्रशासन आएगा। इससे प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के दाम रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
साल 2024 में ही दोगुनी से अधिक हो गई कीमत
बिटकॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसकी कीमत साल 2024 में ही दोगुनी से अधिक हो गई है। लास्ट सेशन में यह 94,078 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। एक्सपर्ट्स के अनुसार, पहले बिटकॉइन ईटीएफ ऑप्शन के डेब्यू के चलते भी बिटकॉइन की कीमतों में तेजी आ रही है। Mudrex के सीईओ Edul Patel ने कहा, 'ब्लैक रॉक के ऑप्शन ने अपने पहले दिन 1.9 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड ट्रेडिंग वॉल्यूम देखा था, जिससे बिटकॉइन की कीमत में तेजी आई। हालांकि, पीक के बाद प्रॉफिट-बुकिंग ने बिटकॉइन को 92,000 डॉलर के स्तर पर खींच लिया है। इस बीच, यूक्रेन-रूस के बढ़ते तनाव ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। बिटकॉइन के लिए अब 94,600 डॉलर का रेजिस्टेंस है। जबकि सपोर्ट 90,400 डॉलर पर है।'
क्यों बढ़ रहे बिटकॉइन के दाम?
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, Truth Social का संचालन करने वाला ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप क्रिप्टो ट्रेडिंग फर्म Bakkt के पूर्ण-स्टॉक अधिग्रहण के लिए बातचीत कर रहा है। Bakkt NYSE-owner इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज द्वारा समर्थित है। 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद से डिजिटल एसेट्स के लिए उनके सपोर्ट के वादे के कारण क्रिप्टोकरेंसी बढ़ी है।