कर्ज के बोझ से दबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का निदेशक मंडल तरजीही आधार पर इक्विटी शेयर या परिवर्तनीय प्रतिभूतियां जारी करने के प्रस्ताव पर निर्णय लेने के लिए छह अप्रैल को बैठक करेगा। इससे पहले दो अप्रैल को हुई असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में कंपनी के शेयरधारकों ने प्रतिभूतियां जारी कर 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दी थी। वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक छह अप्रैल दिन शनिवार को होने वाली है। इसमें तरजीही आधार पर इक्विटी शेयर और/या परिवर्तनीय प्रतिभूतियां जारी करने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।’’ मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि इस फैसले का आज कंपनी के शेयर पर असर देखने को मिलेगा। शेयर में तेजी आ सकती है। बुधवार को भी शेयर में तेजी रही थी। शेयर 13.60 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहा है।
रिलायंस जियो और एयरटेल को टक्कर देने की तैयारी
वीआईएल ने सूचना में ईजीएम के मतदान परिणामों का उल्लेख किया, जहां 99.01 प्रतिशत वोट ‘20,000 करोड़ रुपये की कुल राशि तक प्रतिभूतियां जारी करने’ से संबंधित संकल्प के पक्ष में डाले गए थे। यह मंजूरी ऐसे समय में मिली है जब कर्ज में डूबी कंपनी इक्विटी और ऋण के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, ताकि प्रतिद्वंद्वी रिलायंस जियो और भारती एयरटेल द्वारा दी जाने वाली सेवाओं की बराबरी की जा सके और लंबे समय तक ग्राहकों के पलायन को रोका जा सके।
कंपनी अभी भी घाटे में कर रही कारोबार
उल्लेखनीय है कि कंपनी ने इस साल फरवरी में कहा था कि उसके निदेशक मंडल ने जून तक प्रवर्तकों और अन्य निवेशकों से 20,000 करोड़ रुपये तक की इक्विटी पूंजी जुटाने की मंजूरी दे दी है। कंपनी को 5जी के क्रियान्वयन और 4जी सेवाओं को मजबूत करने के लिए पूंजी की जरूरत है। वोडाफोन आइडिया पर 2.1 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी तिमाही घाटे से उबर नहीं रही है और हर महीने उसके ग्राहक कम हो रहे हैं।