US Fed ने बुधवार को उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की। अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने लगातार तीसरी बार ब्याज दरों में यह भारी बढ़ोतरी की है। इस तरह यूएस फेडरल रिजर्व बैंक अपनी ब्याज दर को बढ़ाकर 3-3.25 फीसदी की रेंज में ले आया है। इस बढ़ोतरी के बाद आज भारतीय बाजार की कमजोर शुरुआत हुई है। सेंसेक्स खुलते ही 300 अंक से अधिक लुढ़क गया। निफ्टी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली। हालांकि, करीब 15 मिनट के कारोबार के बाद बाजार में रिकवारी देखने को मिल रही है। बीएसई सेंसेक्स 93.81 टूटकर 59,362.97 पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 27.75 अंक लुढ़कर 17,690.60 अंक पर पहुंच गया है।
RBI भी दे सकता है झटका
गौरतलब है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक देश में महंगाई पर काबू पाने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है। हाल के महीनों में अमेरिका में महंगाई 40 साल के उच्चतम स्तर पर चली गई थी। यूएस फेड का कहना है कि 2023 तक ब्याज दरों को 4.6 फीसदी तक ले जाया जा सकता है। अमेरिकी केेंद्रीय बैंक का लक्ष्य महंगाई को 2 फीसदी के दायरे में लाने का है। महंगाई के कारण अमेरिका में की आशंका पैदा हो गई थी। इसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है। आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 28 सितंबर से 30 सितंबर के बीच होने जा रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में आरबीआई रेपो रेट में 0.35 फीसदी तक की बढ़ोतरी का फैसला ले सकता है।
कल भी टूटा था भारतीय बाजार
बुधवार को स्थानीय बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 262.96 अंक या 0.44 प्रतिशत टूटकर 59,456.78 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 444.34 अंक या 0.74 प्रतिशत फिसलकर 59,275.40 अंक तक आ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 97.90 अंक यानी 0.55 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,718.35 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में इंडसइंड बैंक सबसे अधिक 3.19 प्रतिशत टूट गया। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा से पहले विश्वभर के बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है। वहीं यूक्रेन में रूस के बलों की तैनाती से भूराजनीतिक तनाव बढ़ा है और मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका भी बढ़ी है।’’