शेयर बाजार में लंबे समय के बाद शुक्रवार को जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुक्रवार 899.62 अंक या 1.53 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,808.97 पर बंद हुआ। ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि निफ्टी ने वीकली चार्ट पर एक अच्छा बुलिश पैटर्न बना लिया है। इसका असर शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है। अगले हफ्ते कम कारोबारी दिन के चलते बाजार में उठा-पटक के साथ और तेजी देखने को मिल सकती है। जब तक निफ्टी 17,400 के ऊपर बना रहेगा तब तक इसमें और तेजी आने की उम्मीद है। शॉर्ट टर्म में 17550-17500 पर सपोर्ट दिख रहा है। अगर बाजार में तेजी बढ़ती है तो 17,700 के स्तर देखने को मिल सकता हे। यानी बाजार में तेजी जारी रह सकती है।
वैश्विक रुझान तथा विदेशी निवेशक डालेंगे असर
शेयर बाजारों की दिशा अगले सप्ताह वैश्विक रुझान तथा विदेशी कोषों के रुख से भी तय होगी। होली का अवकाश होने से सप्ताह के कारोबारी दिवस कम हो गए हैं। बीएसई तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने होली के अवसर पर सात मार्च (मंगलवार) को अवकाश घोषित किया है। हालांकि स्टॉक ब्रोकरों के संगठन एएनएमआई ने सरकार, शेयर बाजारों तथा सेबी से होली का अवकाश सात मार्च के बजाए आठ मार्च को देने का अनुरोध किया है। स्वस्तिका इनवेस्टमार्ट लिमिटेड में वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी करने की आशंका के बीच भारतीय बाजारों में अस्थिरता बनी रहेगी। विदेशी संस्थागत निवेशक जो छोटे स्तर पर शुद्ध लिवाल बने हुए हैं उन पर भी नजर रहेगी।
कच्चे तेल पर भी रहेगी निवेशकों की नजर
उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर अमेरिका के व्यापक आर्थिक आंकड़े दस मार्च को जारी होने हैं, बैंक ऑफ जापान भी ब्याज दरों पर निर्णय लेने वाला है। वहीं घरेलू स्तर पर भारत के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों को भी दस मार्च को जारी किया जाएगा। बाजार के निवेशकों की अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के उतार-चढ़ाव पर और ब्रेंट कच्चे तेल पर भी नजर होगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड में तकनीकी शोध के उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, ‘‘होली का त्योहार होने से इस सप्ताह में कारोबारी दिवस कम हो गए है। हमारा अनुमान है कि मिलेजुले संकेतों के बीच अस्थिरता अधिक रहेगी। प्रतिभागियों को औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों का इंतजार है जो दस मार्च को जारी होंगे।
अमेरिकी बाजार की चाल भी प्रभावित करेंगे
इसके अलावा वैश्विक सूचकांकों विशेषकर अमेरिकी बाजारों के प्रदर्शन पर भी उनकी नजर होगी। अगर वैश्विक बाजार में तेजी आती है तो इसका फायदा भारतीय बाजार को मिलेगा। पिछले काफी समय से गिरावट के चलते कई शेयर अच्छे वैल्यूशन पर मिल रहे हैं। पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 345.04 अंक या 0.58 फीसदी चढ़ा था। भारी अस्थिरता के बावजूद शुक्रवार को बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।