आईपीओ (IPO) में पैसा लगाने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। वित्त वर्ष 24 की दूसरी छमाही में 38,000 करोड़ रुपये के 28 आईपीओ (upcoming ipo 2023) बाजार में आने वाले हैं। अगर आपको पैसे से पैसा बनाना है तो ये आईपीओ आपके लिए पैसे कमाने का शानदार जरिया बन सकते हैं। खबर के मुताबिक, इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में रिकॉर्ड 31 आरंभिक शेयर बिक्री के बाद, आईपीओ पाइपलाइन मजबूत दिख रही है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, 28 कंपनियां दूसरी छमाही में 38,000 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही हैं। दूसरी तरफ, 41 कंपनियां 44,000 करोड़ रुपये का आईपीओ शुरू करने के लिए सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं।
आईपीओ के जरिये धन जुटाने में गिरावट
प्राइमडेटाबेस के मुताबिक, एक साल पहले की अवधि के मुकाबले,आईपीओ के जरिये धन जुटाना चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 26 प्रतिशत गिरकर 26,300 करोड़ रुपये हो गया। प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया का कहना है कि जो प्राथमिक पूंजी बाजार पर एक अग्रणी डेटाबेस है, इन 69 कंपनियों में से तीन नए जमाने की टेक्नोलॉजी कंपनियां कुल मिलाकर 12,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं।
आएंगे ये आईपीओ
अग्रणी ब्रोकरेज एंजेल वन के मुताबिक, प्रमुख आगामी आईपीओ (upcoming ipo 2023) में ओयो, टाटा टेक्नोलॉजीज, जेएनके इंडिया, डोम इंडस्ट्रीज, एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स, ईपैक ड्यूरेबल्स, बीएलएस ई-सर्विसेज, इंडिया शेल्टर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, सेलो वर्ल्ड, आरके स्वामी, फ्लेयर राइटिंग शामिल हैं। इसके अलावा, इंडस्ट्रीज, गो डिजिट इंश्योरेंस, और क्रेडो ब्रांड्स मार्केटिंग के भी आईपीओ आएंगे।
19 सालों के बाद टाटा समूह का पहला आईपीओ
प्रस्तावित टाटा टेक्नोलॉजीज इश्यू 19 सालों के बाद टाटा समूह का पहला आईपीओ (tata technologies ipo) होगा। साल 2004 में सार्वजनिक होने वाली आखिरी बॉम्बे हाउस कंपनी टीसीएस थी। टाटा टेक्नोलॉजीज टाटा मोटर्स की एक परिचालन सहायक कंपनी है और हाई लेवल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन उपलब्ध करती है। टाटा मोटर्स को बिक्री पेशकश के तहत आईपीओ में 811 लाख से ज्यादा शेयर बेचने की उम्मीद है।
सबसे बड़ा इश्यू मैनकाइंड फार्मा
पहली छमाही में सबसे बड़ा इश्यू 4,326 करोड़ रुपये का मैनकाइंड फार्मा आईपीओ था। इसके बाद जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर (2,800 करोड़ रुपये) और आरआर काबेल (1,964 करोड़ रुपये) थे। जबकि, सबसे छोटा आईपीओ प्लाजा वायर्स का था जिसने सिर्फ 67 करोड़ रुपये जुटाए और औसत आकार 848 करोड़ रुपये था। इन 31 में से 21 अंक अगस्त और सितंबर में आए।