शेयर बाजार में ट्रेडिंग का समय नहीं बढ़ेगा! पूंजी बाजार नियामक सेबी ने स्टॉक ब्रोकरों से समुचित प्रतिक्रिया न मिलने का हवाला देते हुए इक्विटी डेरिवेटिव खंड में कारोबारी घंटे बढ़ाने के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। एनएसई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष कुमार चौहान ने नतीजों पर विश्लेषकों के साथ चर्चा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कारोबारी घंटे बढ़ाने की कोई योजना नहीं है क्योंकि सेबी ने हमारा आवेदन वापस कर दिया है।
एक नया स्लॉट शुरू करने थी योजना
स्टॉक ब्रोकरों से सेबी को ऐसी प्रतिक्रिया नहीं मिली, जैसी वह चाहता था। लिहाजा विस्तारित समय योजना को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। एनएसई ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से इक्विटी डेरिवेटिव खंड में चरणबद्ध तरीके से कारोबार का समय बढ़ाने का आग्रह किया था। इसके पीछे मकसद यह था कि वैश्विक सूचना प्रवाह से रातों-रात पैदा होने वाले जोखिम को कम किया जा सके। एनएसई के मुख्य कारोबार विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने सितंबर में बताया था कि एक्सचेंज नियमित कारोबारी सत्र खत्म होने के बाद शाम छह बजे से रात नौ बजे तक एक और सत्र की योजना बना रहा था।
रात 11 बजे तक बढ़ाने का था प्रस्ताव
इसपर मिली प्रतिक्रिया के आधार पर कारोबारी समय को धीरे-धीरे रात 11.55 बजे तक बढ़ाने का प्रस्ताव था। बाजार नियामक ने वर्ष 2018 में शेयर बाजारों को इक्विटी डेरिवेटिव खंड में अपने कारोबारी घंटे को सुबह नौ बजे से रात 11.50 बजे के बीच निर्धारित करने की अनुमति दी थी। यह जिंस डेरिवेटिव खंड के कारोबारी घंटों के समान था, जो वर्तमान में सुबह 10 बजे से रात 11.55 बजे के बीच निर्धारित है।