लोकसभा चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझान से थर्राए शेयर मार्केट में मंगलवार को अदानी ग्रुप के स्टॉक्स में भारी गिरावट देखी गई। समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी दबाव तब देखने को मिला, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन को 272 से अधिक सीटों पर बढ़त दिखाई गई, हालांकि जीत की सीमा स्पष्ट नहीं हो पाई। निवेशकों के लिए इस समूह की कंपनियों के शेयर में पैसा लगाने का ये सही मौका हो सकता है। बिजली उपयोगिता क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अडानी पावर का शेयर लगभग 14% गिरकर 756.65 रुपये पर आ गया, जिसका बाजार पूंजीकरण 3.20 लाख करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है, जो पिछले कारोबारी सत्र में 875 रुपये था।
समूह की इन कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट
खबर के मुताबिक, समूह की एक दूसरी बिजली उत्पादन कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 6% गिरकर 1,918 रुपये पर आ गया, जिसका बाजार पूंजीकरण 3.04 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 2,037.65 रुपये पर बंद हुआ था। इसी तरह, अडानी विल्मर और अडानी टोटल गैस में भी गिरावट देखी गई, जो क्रमशः 4% और 7% गिरकर 353.50 रुपये और 1,044.95 रुपये पर आ गए।
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर
खबर के मुताबिक, अडानी समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज शुरुआती कारोबार में लगभग 10% गिरकर 3,280.75 रुपये पर आ गई। मंगलवार को अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन 6.16% गिरकर 1,486.30 रुपये पर आ गया। एक दिन पहले, अडानी समूह के शेयरों ने कारोबार की शुरुआत में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये जोड़े, जिससे उनका कुल बाजार पूंजीकरण लगभग 20 लाख करोड़ रुपये हो गया। इससे समूह हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट जारी होने से पहले 24 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के करीब पहुंच गया है।