सार्वजनिक क्षेत्र का केनरा बैंक, एनएचपीसी और जेएसडब्ल्यू एनर्जी और जिंदल स्टेनलेस सहित 13 कंपनियों को एमएससीआई इंडिया सूचकांक में शामिल किया जाएगा। सूचकांक का संकलन करने वाले एमएससीआई के मुताबिक, बॉश, केनरा बैंक, इंडस टावर्स, जिंदल स्टेनलेस, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, मैनकाइंड फार्मा, एनएचपीसी, पीबी फिनटेक, फीनिक्स मिल्स, सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया, सुंदरम फाइनेंस, थर्मैक्स और टोरेंट पावर एमएससीआई इंडिया सूचकांक में शामिल होने वाली कंपनियां हैं। भाषा की खबर के मुताबिक, ग्लोबल इक्विटी पोर्टफोलियो को आंकने के लिए वैश्विक वित्त घराने ‘एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स’ का व्यापक रूप से इस्तेमाल करते हैं।
ये कंपनियां हुईं बाहर
खबर के मुताबिक, दूसरी ओर तीन कंपनियां बर्जर पेंट्स, इंद्रप्रस्थ गैस और वन97 कम्युनिकेशंस सूचकांक से बाहर हो गईं। इसमें कहा गया कि एमएससीआई (मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल) ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स के घटकों में बदलाव 31 मई 2024 को कारोबार के आखिर में होंगे। इंडेक्स में शामिल की गईं कुछ कंपनियां बीएसई पर बढ़त के साथ कारोबार कर रही हैं।
एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किए गए 13 शेयरों में से पीबी फिनटेक में सबसे अधिक 283 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ, जबकि सुंदरम फाइनेंस में 243 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ। एनएचपीसी, फीनिक्स मिल्स और इंडस टावर्स जैसे शेयरों में भी 216-234 मिलियन डॉलर का निवेश होने की संभावना है।
चीन का प्रतिनिधित्व सबसे ज्यादा
मौजूदा समय में एमएससीआई ईएम सूचकांक में चीन का प्रतिनिधित्व सबसे ज्यादा है। इसका भार 25.7 प्रतिशत है और इंडेक्स में उसके 703 सदस्य हैं, जबकि भारत का भार 18.3 प्रतिशत है और सूचकांक में उसके 136 शेयर हैं। मनी कंट्रोल के मुताबिक, नुवामा अल्टरनेटिव को उम्मीद है कि एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स में भारत का वजन और बढ़ेगा और 2024 की दूसरी छमाही में 20 प्रतिशत के लेवल पर पहुंच जाएगा। लेटेस्ट फेरबदल के साथ, एमएससीआई ईएम इंडेक्स में भारत का प्रतिनिधित्व मौजूदा 18.3 प्रतिशत से बढ़कर 19 प्रतिशत के करीब पहुंच जाएगा।