आखिरी घंटे में मुनाफावसूली से शेयर बाजार ने गुरुवार को शुरुआती बढ़त गंवाकर मामूली तेजी के साथ बंद होने में कामयाब रहा। वीकली एक्सपायरी के दिन आज लगातार तीसरे दिन स्टॉक मार्केट तेजी के साथ खुला था। पूरे दिन के कारोबार के दौरान बाजान में अच्छी तेजी दर्ज की गई। एक समय बीएसई सेंसेक्स में 400 अंकों से अधिक तेजी देखने को मिली। हालांकि, आखिरी घंटे में मुनाफावसूली हावी होने से बाजार ने बढ़त गंवा दी। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 44.42 अंक की मामूली तेजी के साथ बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी सपाट बंद हुआ। निफ्टी मात्र 0.35 अंक चढ़कर 18,016.20 अंक पर बंद हुआ। आज के कारोबार में आईटी शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली। सबसे अधिक तेजी एचसीएल के शेयरों में रही। एचसीएल के शेयर 5.34% की तेजी के साथ 1128 रुपये पर बंद हुआ।
आपको बता दें कि वैश्विक बाजारों में तेजी और विदेशी कोषों की आवक जारी रहने के बीच प्रमुख शेयर सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार के दौरान तेजी रही थी। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स की सभी कंपनियां हरे रंग में कारोबार कर रही थीं। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बुधवार को शुद्ध रूप से 432.15 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जापान, चीन और हांगकांग के बाजार मध्य सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को तेजी के साथ बंद हुए थे। इसबीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत चढ़कर 85.80 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।
आज ऐसी रही बीएसई सेंसेक्स की चाल
निफ्टी के ये रहे टॉप 5 गेनर और लूजर
इन कंपनियों के शेयर में रही तेजी
सेंसक्स के शेयरों में टेक महिंद्रा सबसे ज्यादा 5.58 प्रतिशत के लाभ में रहा। इसके अलावा नेस्ले इंडिया, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एशियन पेंट्स, विप्रो और बजाज फिनसर्व भी लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक और बजाज फाइनेंस शामिल हैं।
मुद्रास्फीति चिंता का कारण बनी हुई
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, आईटी शेयरों की अगुवाई में वैश्विक बाजार में तेजी का असर घरेलू बाजार पर दिखा। वहीं अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती से तेल खोज और उत्पादन कंपनियां लाभ में रहीं। अमेरिका में रोजगार और खुदरा बिक्री के मजबूत आंकड़े अर्थव्यवस्था में मजबूती को दर्शाते हैं। हालांकि, मुद्रास्फीति चिंता का कारण बनी हुई है। मौद्रिक नीति को और सख्त किए जाने की आशंका से तेजी पर अंकुश लगा।’’ सरकार ने डीजल और एटीएफ के निर्यात पर अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती की है। इसके साथ ही घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर भी उपकर को कम कर दिया गया है। घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर उपकर को 5,050 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,350 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। डीजल के निर्यात पर अप्रत्याशित लाभ कर को भी 7.5 रुपये से घटाकर 2.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इसी तरह विमान ईंधन एटीएफ के निर्यात पर कर को छह रुपये प्रति लीटर से घटाकर 1.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया है।
वैश्विक बाजारों में मिलाजुला रुख
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार बुधवार को लाभ में रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85.08 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 432.15 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।