हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ। अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार की धारणा प्रभावित हुई। इसके चलते बाजार में शुरुआत से बिकवाली हावी रही। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 334.98 अंत लुढ़ककर 60,506.90 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी में भी कमजोरी देखने को मिली। निफ्टी 90.30 अंक टूटकर 18,800 के नीचे 17,763.75 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 22 शेयरों में तेजी और 8 में गिरावट दर्ज की गई। गिरने वाले शेयर में एक्सिस बैंक, एसबीआई, ओएनजीसी आदि शामिल रहे।
वहीं, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 65 पैसे टूटकर 82.73 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। सोमवार को अडाणी टोटल गैस, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी विल्मर के शेयर बीएसई पर पांच प्रतिशत नुकसान में बंद हुए। वहीं अडाणी ट्रांसमिशन 10 प्रतिशत नीचे बंद हुआ।अमेरिका की शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह पर धोखाधड़ी वाले लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर का आरोप लगाया गया था। उसके बाद से समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि वह सभी कानूनों और खुलासा अनिवार्यताओं को पूरा करता रहा है।
निफ्टी 50 की आज ऐसी रही चाल
निफ्टी में शामिल टॉप 5 गेनर और लूजर
ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, अमेरिका में रोजगार बढ़ने का आंकड़ा आने से आशंका बढ़ी है कि फेडरल रिजर्व नीतिगत दर बढ़ाएगा क्योंकि उसके पास कड़ी मौद्रिक नीति को लेकर गुंजाइश बनेगी। इस वजह से वैश्विक बाजारों में गिरावट रही। यह वैश्विक बाजारों में हाल की तेजी के उलट है। पहले उम्मीद की जा रही थी कि अर्थव्यवस्था अब मौद्रिक नीति कड़ा किये जाने के अंतिम चरण में है।’’ उन्होंने कहा, आरबीआई की बुधवार को पेश होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा से भविष्य के कदम का पता चलेगा। ऐसी संभावना है कि केंद्रीय बैंक नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करेगा।
इन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील सबसे ज्यादा 2.08 प्रतिशत नुकसान में रहा। उसके बाद कोटक बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट और टाटा मोटर्स का स्थान रहा। दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड और आईटीसी प्रमुख रूप से लाभ में रहे। इस बीच अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है। अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन बस इसका अपवाद रही और उसके शेयर 9.46 प्रतिशत चढ़ गए। समूह ने गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाने के लिये 111.4 करोड़ डॉलर का समय-पूर्व भुगतान करने की घोषणा की जिसके बाद शेयर चढ़ गया। समय-पूर्व भुगतान के जरिये छुड़ाए जाने वाले शेयर अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल एकोनॉमिक जोन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी ट्रांसमिशन के हैं। हालांकि अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज पांच प्रतिशत, अडाणी ट्रांसमिशन 10 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस पांच प्रतिशत और अडाणी ग्रीन पांच प्रतिशत के नुकसान में रहीं।
कारोबारी धारणा कमजोर बनी हुई
कोटक सिक्योरिटीज लि.के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह से ही कारोबारी धारणा कमजोर बनी हुई है। आज की गिरावट का कारण एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख तथा आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों का सतर्क रुख है। लगता है कि रुपये के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से धातु, बिजली और कुछ बैंक शेयरों में बिकवाली आई।’’ व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.75 प्रतिशत की बढ़त में रहा जबकि स्मालकैप सूचकांक 0.49 प्रतिशत चढ़ गया। एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में रहे थे। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.09 प्रतिशत चढ़कर 80.01 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 932.44 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।