IPO मार्केट में पुराने सभी रिकॉर्ड टूटने जा रहे हैं। दरअसल, हुंडई मोटर्स इंडिया देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार, हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड की ओर से शनिवार को भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास 25,000 करोड़ रुपये (करीब 3 अरब डॉलर) का आईपीओ लाने के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया गया। अब तक देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले यह रिकॉर्ड एलआईसी के नाम था। LIC ने साल 2022 में 2.7 अरब डॉलर जुटाने के लिए आईपीओ पेश किया था। हुंदै का आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। मारुति सुजुकी के वर्ष 2003 में सूचीबद्ध होने के बाद हुंदै प्रारंभिक शेयर बिक्री की पेशकश करने वाली पहली वाहन विनिर्माता कंपनी होगी। इसी सप्ताह इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनी ओला इलेक्ट्रिक को आईपीओ लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिली है। एचएमआईएल ने भारत में 1996 में परिचालन शुरू किया था और वर्तमान में वह विभिन्न खंडों में 13 मॉडल बेचती है।
प्रमोटर्स की ओर से शेयरों की बिक्री की जाएगी
डीआरएचपी में दी गई जानकारी में बताया गया कि इस आईपीओ के तहत कंपनी 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 14,21,94,700 शेयर ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत बेचेगी। इस ओएफएस में कंपनी के प्रमोटर्स की ओर से शेयरों की बिक्री की जाएगी। कंपनी द्वारा आगे कहा कि आईपीओ के जरिए फर्म इक्विटी शेयरों को एक्सचेंज पर लिस्ट कर लिस्टिंग के फायदे हासिल करना चाहती है। हमें उम्मीद है कि इक्विटी शेयरों को लिस्ट करने से विजिबिलिटी और ब्रांड इमेज बढ़ेगी।
इनको इन्वेस्टमेंट बैंक नियुक्त किया गया
अगर हुंडई मोटर्स के आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिल जाती है, तो ये अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। फिलहाल लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) की ओर से 2022 में लाया गया 2.7 अरब डॉलर का आईपीओ अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। हुंडई मोटर्स की ओर से कोटक महिंद्रा, सिटीबैंक, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन और एचएसबीसी को शेयर बाजार में एंट्री के लिए ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंक नियुक्त किया गया है।
मारुति के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी ऑटो कंपनी
मई में हुंडई मोटर्स इंडिया की बिक्री में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी और यह 63,551 यूनिट्स थी। यात्री वाहन बिक्री के मामले में हुंडई मोटर्स मारुति सुजुकी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी ने भारत में अपना पहला मैन्युफैक्चरिंग प्लांट 1998 में लगाया था, जबकि दूसरा 2008 में शुरू किया था। पिछले वर्ष हुंडई मोटर्स ग्रुप ने भारत में करीब 3.75 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया था।
इनुट: आईएएनएस