रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी सुजलॉन ग्रुप का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में लगभग तीन गुना होकर 302 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसके लाभ में यह वृद्धि ज्यादा आमदनी के कारण हुई है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 101 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की आमदनी भी जून तिमाही में बढ़कर 2,016 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,348 करोड़ रुपये थी। सुजलॉन ग्रुप के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने कहा, “हमारी 3.8 गीगावाट क्षमता की अब तक की सबसे बड़ी ‘ऑर्डर बुक’ हमें भविष्य के लिए बहुत अच्छी संभावना प्रदान करती है।” कंपनी के पास 30 जून तक 1,197 करोड़ रुपये की शुद्ध नकदी मौजूद थी। दुनिया की प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा प्रदाता कंपनी की 17 देशों में 20.8 गीगावाट पवन ऊर्जा की स्थापित क्षमता है।
बढ़त के साथ बंद हुआ शेयर
सोमवार को सुजलॉन का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 0.97 फीसदी या 0.53 रुपये की बढ़त के साथ 55.07 रुपये पर बंद हुआ। इस शेयर का 52 वीक हाई 56.45 रुपये है। वहीं, 52 वीक लो 17.43 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप बीएसई पर 75,032.24 करोड़ रुपये पर बंद हुआ।
500 गीगावाट का है लक्ष्य
बजट से पहले सोमवार को पेश हुए इकोनॉमिक सर्वे में कहा गया कि भारत में साल 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी के लक्ष्य को पूरा करने के लिए 30.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी। इसे प्राप्त करने के लिए वित्त जुटाने के साथ-साथ प्रतिस्पर्धी शर्तों पर निवेश और भूमि अधिग्रहण के मुद्दों का समाधान आवश्यक है। आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि 2024 से 2030 के बीच भारत में नवीकरणीय ऊर्जा (RE) क्षेत्र में लगभग 30.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश आने की उम्मीद है।