Highlights
- भारतीय और विदेशी निवेशकों की खरीदारी के बाद बाजार में बाउंस बैक
- Indusind Bank, BHarti Airtel, ITC, Axis Bank, HUL के शेयर बढ़त पर
- रुपया शुरुआती 1 पैसा टूटकर 80.06 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर
Stock Market Updates: विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के चलते घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को कारोबार की शुरुआत सुस्त रही। लेकिन भारतीय और विदेशी निवेशकों की खरीदारी के बाद बाजार में बाउंस बैक आया और दोनों मानक सूचकांक हरे निशान पर आ गए।
गुरुवार को सुबह के कारोबार की बात करें तो तीस शेयरों वाला सूचकांक बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 126.78 अंक गिरकर 55,270.75 अंक पर कारोबार कर रहा था। वहीं एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी 36.95 अंक कमजोर होकर 16,483.90 अंक पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, बाद में बाजार में सुधार आया और सेंसेक्स 56.67 चढ़कर 55,454.20 अंक पर आ गया वहीं निफ्टी 22.50 अंक की बढ़त के साथ 16,543.35 अंक पर कारोबार कर रहा था।
कहां है मुनाफे का मौका
Sensex की कंपनियों में से Wipro, Kotak Mahindra Bank, Reliance Industries, Tech Mahindra, Infosys, Asian Paints के शेयरों में गिरावट का रुख देखा गया। वहीं Indusind Bank, BHarti Airtel, ITC, Axis Bank, HUL के शेयर बढ़त पर रहे।
एशियाई बाजारों में गिरावट
अन्य एशियाई बाजारों में तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के सूचकांक निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे जबकि सियोल का सूचकांक बढ़त पर रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को तेजी के साथ बंद हुए। पिछले सत्र में, बुधवार को तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 629.91 अंक यानी 1.15 प्रतिशत उछलकर 55,397.53 अंक पर बंद हुआ था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 180.30 अंक यानी 1.10 प्रतिशत मजबूत होकर 16,520.85 अंक पर बंद हुआ था।
रुपया एक पैसे टूटकर 80.06 के सर्वकालिक निचले स्तर पर
तेल आयातकों की तरफ से अमेरिकी डॉलर की मांग आने और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि होने से बृहस्पतिवार को रुपया शुरुआती कारोबार में एक पैसा टूटकर 80.06 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती बनी रहने से स्थानीय मुद्रा पर दबाव पड़ा। ब्रेंट क्रूड 106 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है। यही वजह है कि घरेलू मुद्रा का स्तर 80 रुपये प्रति डॉलर के आस-पास बना हुआ है। इसके अलावा चालू खाता घाटा और कारोबार घाटा बढ़ने से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 80.03 के भाव पर खुला लेकिन थोड़ी ही देर में यह गिरावट के साथ 80.06 रुपये प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया जो पिछले बंद भाव की तुलना में एक पैसे की गिरावट दर्शाता है।