स्टॉक मार्केट बुधवार को मामूली कमजोरी के साथ बंद हुए। ऐसे में आज क्या होगा? क्या बाजार में तेजी लौटेगी या गिरावट आएगी? आज निफ्टी का वीकली एक्सपायरी भी है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सकारात्मक विनिर्माण पीएमआई डेटा और चौथी तिमाही के बेहतर रिजल्ट की उम्मीद से आने वाले कुछ दिनों में बाजार में उछाल आने की संभावना है। आइए जानते हैं कि आज कौन से फैक्टर बाजार को प्रभवित करेंगे।
ये 4 फैक्टर बाजार पर डालेंगे असर
एशियाई बाज़ार: फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा इस साल संभावित दर में कटौती के अपने विचार पर मुहर लगाने बाद वॉल स्ट्रीट और एशियाई बाजारों में तेजी का कारोबार हुआ। इसके असर आज भारतीय बाजार पर देखने को मिल सकता है। बाजार मजबूती के साथ खुल सकता है।
गिफ्ट निफ्टी: गिफ्ट निफ्टी 22,594 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 52 अंक का प्रीमियम है, जो भारतीय शेयर बाजार सूचकांकों के लिए सकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है।
जेरोम पॉवेल कमेंट: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि केंद्रीय बैंक इस साल के अंत में बेंचमार्क ब्याज दरों में कटौती करेगा, हालांकि हालिया रिपोर्टों से पता चलता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अभी भी मजबूत है और अमेरिका में महंगाई बढ़ी हुई है।
तेल की कीमतें: कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई क्योंकि प्रमुख उत्पादकों द्वारा उत्पादन में कटौती ने कम आपूर्ति के बारे में चिंताएं बढ़ा दीं। जून के लिए ब्रेंट वायदा 0.16% बढ़कर 89.49 डॉलर प्रति बैरल हो गया, जबकि मई के लिए यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) वायदा 0.18% बढ़कर 85.58 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
एफपीआई कर सकते हैं भारत में बिकवाली
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिका में बॉन्ड पर रिटर्न बढ़ने से भारत में इक्विटी बाजार प्रभावित हो रहा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने भले ही फेड प्रमुख ने हाल ही में नरम रुख अपनाया है, लेकिन बाजार को दरों में कटौती की उम्मीद कम ही है। इससे वैश्विक स्तर पर इक्विटी बाजारों पर दबाव बना रहेगा। भारत में एफपीआई बिकवाली जारी रख सकते हैं।