Highlights
- निवेशकों की निगाह विदेशी कोषों के रुख और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी
- इसके अलावा मानसून की प्रगति भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण होगी
- भारतीय बाजारों के लिए बड़ी चिंता की FPI की अंधाधुंध बिकवाली है
Stock Market outlook: बीते सप्ताह Sensex 2,943.02 अंक या 5.42 प्रतिशत नीचे आया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 908.30 अंक या 5.61 प्रतिशत का नुकसान रहा। ऐसे में अगले हफ्ते बाजार की चाल को लेकर निवेशकों में बहुत ही घबराहट है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक निफ्टी 15,360 के स्तर से ऊपर कारोबार करना शुरू नहीं करता, तब तक गिरावट की आशंका है। वहीं, अगर निफ्टी 15,183 से नीचे फिसल जाता है तो कमजोरी बढ़ेगी और ये 14,900 के स्तर गिर सकता है। यानी भारतीय शेयर बाजार में अभी और गिरावट आ सकती है।
वैश्विक घटनाक्रम तय करेंगे बाजार की चाल
घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक रुझानों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि निवेशकों की निगाह विदेशी कोषों के रुख और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी। इसके अलावा मानसून की प्रगति भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण होगी। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, भारतीय बाजारों के लिए बड़ी चिंता की बात विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की अंधाधुंध बिकवाली है। रुपये का उतार-चढ़ाव और मानसून से संबंधित खबरें भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण होंगी।
मानसून की प्रगति पर होगी निवेशकों की नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में स्थानीय बाजारों की दिशा वैश्विक रुख से तय होगी। बाजार भागीदारों की निगाह कोविड संक्रमण के मामलों और मानसून की प्रगति पर होगी। मीणा ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख, अमेरिका में ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि तथा एफआईआई की बिकवाली की वजह से बीते सप्ताह बाजार में भारी गिरावट रही।
महंगाई भी बाजार पर असर डालेंगे
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी की वरिष्ठ ईवीपी और इक्विटी शोध प्रमुख शिवानी कुरियन ने कहा, कई ऐसी चीजें हैं जो इस सप्ताह बाजार का रुख तय करेंगी। मुद्रास्फीति और मौद्रिक नीति, जिंस कीमतें विशेष रूप से कच्चा तेल, यूक्रेन-रूस युद्ध के मोर्चे से जुड़ी खबरें और घरेलू मांग तथा कंपनियों की आमदनी जैसे कारक निकट भविष्य में बाजारों की दिशा तय करेंगे।