Highlights
- गुरुवार को शेयर बाजार एक बार फिर तेजी के साथ खुला है
- अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों का फिलहाल असर नहीं दिखा
- टॉप गेनर्स में सनफार्मा, टाइटन, डॉ रेड्डी, HUL, RIL शामिल
Stock Market Live: भारतीय शेयर बाजारों के लिए मौजूदा हफ्ता गिरावट भरा रहा है। इस बीच गुरुवार को शेयर बाजार एक बार फिर तेजी के साथ खुला है। आज सुबह सेंसेक्स 239.3 अंक चढ़कर 53,753.45 पर खुला, वहीं निफ्टी भी 74.7 अंकों की बढ़त के साथ 16,041.35 पर खुला। सुबह के कारोबार में निफ्टी के सेक्टोरल इंडेक्स में फार्मा 1% से ज्यादा और FMCG में 0.50% तेजी देखी जा रही है।
बुधवार को आए अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों से बाजार में आज तेज गिरावट की आशंका थी। लेकिन फिलहाल बाजार हरे निशान पर ट्रेड कर रहा है। पिछले सत्र में, बुधवार को तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 372.46 अंक यानी 0.69 प्रतिशत गिरकर 53,514.15 अंक पर बंद हुआ।
आज इन शेयरों में हो रही है कमाई
गुरुवार सुबह के पहले एक घंटे के कारोबार में आज के टॉप गेनर्स में सनफार्मा, टाइटन, डॉ रेड्डी, हिन्दुस्तान यूनिलीवर, रिलायंस, अल्ट्रा सीमेंट, HDFC और भारती एयरटेल शामिल हैं।
आज इन कंपनियों के तिमाही रिजल्ट पर होगी नजर
आज ACC अपने जून तिमाही के नतीजे जारी करेगी। इसके अलावा L&T इंफोटेक, टाटा एलेक्सी, एंजेल वन, GTPL हथवे, शक्ती पंप (इंडिया) और टाटा स्टील लॉन्ग प्रोड्क्ट के भी नतीजे आएंगे।
अमेरिकी महंगाई लाएगी बाजार में भूचाल?
बुधवार को पेश हुए अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों ने भारतीय बाजार की चिंता बढ़ा दी हैं। US (अमेरिका) में महंगाई ने 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जून में महंगाई बढ़कर 9.1% पर पहुंच गई। फिलहाल तो बाजार में गिरावट नहीं दिख रही है, लेकिन इसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। अमेरिका में रिकॉर्ड महंगाई पहुंचने के बाद अमेरिकी केंद्रीय बैंक यानी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में अक्रामक वृद्धि की संभावना बढ़ गई है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाली मौद्रिक पॉलिसी में अमेरिकी फेड ब्याज दरों में 100 से लेकर 75 बेसिस प्वाइंट की बड़ी बढ़ोतरी कर सकता है।
अमेरिका में महंगाई के प्रमुख कारण
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में गैस, खाने-पीने के सामान महंगा होने और किराए बढ़ने से जून में अमेरिकी मुद्रास्फीति को चार दशक के नए शिखर पर पहुंचा गई। हालांकि, इसके साथ ही शिपिंग की लागत और कमोडिटी की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है लेकिन वेतन वृद्धि धीमी हो गई है। यह आर्थिक सुस्ती का संकेत दे रहा है। वहीं, भारत में जून महीने में खुदरा महंगाई में मामूली राहत मिली है लेकिन यहां भी यह रिजर्व बैंक के लक्ष्य से काफी ऊपर बना हुआ है। भारत में जून में खुदरा महंगाई मामूली घटकर 7.01 प्रतिशत रही।