शेयर बाजार में इन दिनों चौतरफा बिकवाली जारी है। निवेशकों को समझ में नहीं आ रहा है कि वो करें तो क्या करें? बाजार में बड़ी गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हो रहा है। आपको बता दें कि शेयर बाजार में पिछले 4 दिन से जारी तगड़ी बिकवाली के बीच निवेशकों को कुल 24.69 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। वहीं, इस महीने की शुरुआत से अब तक की बात करें तो 27.37 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो चुका हैं। वहीं, पिछले छह महीने के डेटा पर नजर डालें तो 1 अगस्त, 2024 को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4.61 लाख करोड़ रुपये था। वह अब घटकर 4.17 लाख करोड़ रह गया है। इस तरह बीते छह महीने में निवेशकों के 44.54 लाख करोड़ डूब गए हैं।
चार दिनों में सेंसेक्स 1,869 अंक टूटा
बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में 1,048.90 अंक यानी 1.36 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके साथ ही चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में कुल 1,869.1 अंक यानी 2.39 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। इस तरह बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 24,69,243.3 करोड़ रुपये घटकर 4,17,05,906.74 करोड़ रुपये (4.82 लाख करोड़ डॉलर) पर आ गया। अकेले सोमवार को ही निवेशकों की पूंजी में 12.61 लाख करोड़ रुपये की बड़ी गिरावट आई। बाजार में चौतरफा बिकवाली के बीच बीएसई मिडकैप सूचकांक में 4.17 प्रतिशत और स्मॉलकैप में 4.14 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
बाजार में क्यों जारी है गिरावट?
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली। इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा। इसका कारण अमेरिका में रोजगार के मजबूत आंकड़े हैं, जिससे 2025 में प्रमुख ब्याज दर में कम कटौती की आशंका है। इससे डॉलर मजबूत हुआ, बॉन्ड प्रतिफल बढ़ा और उभरते बाजार कम आकर्षक हुए। उन्होंने कहा, इसके अलावा, उच्च मूल्यांकन के बीच हाल में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि में कमी और कंपनियों की कमाई हल्की होने से बाजार धारणा प्रभावित हुई। सेंसेक्स के तीस शेयरों में से जोमैटो, करीब सात प्रतिशत लुढ़क गया। इसके अलावा पावर ग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, सन फार्मा और अल्ट्राटेक सीमेंट में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।