भारतीय शेयर बाजार निवेशकों को मौजूदा वक्त में काफी सावधान रहने की जरूरत है। बाजार में कभी भी बड़ी गिरावट आ सकती है। दरअसल, भारती स्टॉक मार्केट पर एक साथ तीन बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ये बाजार में बड़ी गिरावट ला सकते हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार के अनुसार, डॉलर सूचकांक लगातार 105 से ऊपर बना हुआ है। वहीं, यूएस 10-वर्षीय बांड लगातार बढ़ते हुए अब लगभग 4.39 प्रतिशत और ब्रेंट क्रूड 94 डॉलर से ऊपर पहुंच गया है। ये तीनों फैक्टर भारतीय बाजार के लिए अच्छे नहीं हैं। ये बहुत महत्वपूर्ण बड़े जोखिम हैं, जिन्हें बाजार लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि एफओएमओ (गायब होने का डर) कारक के कारण एफआईआई बड़ी बिकवाली से बच रहे हैं।
निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए
उन्होंने कहा,निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए, विशेष रूप से मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में। लार्ज-कैप में निवेश अभी सही है। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टरों में लार्ज-कैप ब्लूचिप्स की भागीदारी रैली को ताकत दे रही है, जिसने निफ्टी को 21,000 के स्तर से काफी ऊपर पहुंचा दिया है। हालिया रैली में काफी बैंकिंग स्टॉक्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यह भी एक सकारात्मक रुझान है। उन्होंने कहा कि बीओबी, केनरा बैंक और इंडियन बैंक जैसे पीएसयू बैंकों का मूल्य अब भी आकर्षक है।
निफ्टी में अभी और तेजी की उम्मीद
प्रभुदास लीलाधर की तकनीकी अनुसंधान की उपाध्यक्ष वैशाली पारेख ने कहा कि निफ्टी सूचकांक इंट्राडे सत्र के दौरान 20,200 के स्तर को छूकर नई ऊंचाई दर्ज करना जारी रखता है और आने वाले सत्रों में 20,300-20,350 क्षेत्र तक निकट अवधि के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है। बाजार एक बार फिर से मजबूत हो रहे हैं और मिड-कैप और स्मॉल-कैप काउंटरों से महत्वपूर्ण भागीदारी दिखाई दे रही है। इससे सूचकांक को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। पारेख ने कहा, दिन के लिए समर्थन 20,100 के स्तर पर देखा गया है जबकि प्रतिरोध 20,350 के स्तर पर देखा गया है। बीएसई सेंसेक्स 155 अंक गिरकर 67,682 अंक पर है। इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, विप्रो में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है।
इनपुट: आईएएनएस