वीकली एक्सपायरी के चलते गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिनभर हरे और लाल निशान में झूलने के बाद अंत में सेंसेक्स और निफ्टी टूटकर बंद हुए। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 294.32 अंक टूटकर 62,848.64 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 82.65 अंक गिरकर 18,643.75 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 20 शेयरों में गिरावट और 10 में तेजी दर्ज की गई। गिरने वाले शेयर में आईटी, एफएमसीजी, बैंक और ऑटो कंपनी के शेयर रहें। वहीं तेजी में मेटल स्टॉक्स रहें। सेंसेक्स और निफ्टी में सबसे अधिक तेजी एनटीपीसी के शेयर में देखने को मिली।
आपको बता दें कि आज भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक पॉलिसी में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया। इसके चलते बाजार पर इसका कोई खासा असर देखने को नहीं मिला। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों से पहले स्थानीय शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 85.64 अंक की बढ़त के साथ 63,228.60 अंक पर खुला था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 25.55 अंक के लाभ से 18,751.95 अंक पर खुला था। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की नुकसान में थे।
आज दिनभर ऐसी रही निफ्टी की चाल
चार दिन से जारी तेजी थमी
नीतिगत ब्याज दर को यथावत रखने के रिजर्व बैंक के फैसले के बीच बृहस्पतिवार को वाहन, बैंक एवं सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में मुनाफावसूली से स्थानीय शेयर बाजारों में चार कारोबारी दिनों से जारी तेजी थम गई और दोनों प्रमुख सूचकांक करीब आधा प्रतिशत गिर गए।
इन कंपनियों के शेयरों में रही रही
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से कोटक महिंद्रा बैंक को सर्वाधिक 2.68 प्रतिशत की गिरावट का सामना करना पड़ा। टेक महिंद्रा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, नेस्ले और टाइटन के शेयरों में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ एनटीपीसी, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो, एचडीएफसी, रिलायंस और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। घरेलू शेयर बाजारों की दिशा रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति के रेपो दर को यथावत रखने के फैसले पर निर्भर रही। लगातार दूसरी द्विमासिक समीक्षा बैठक में रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने का फैसला लिया गया है। हालांकि, मुद्रास्फीति अब भी रिजर्व बैंक के लिए चिंता का सबब बना हुई है।
फैसला बाजार की उम्मीदों के अनुरूप
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अधिकारी धीरज रेली ने कहा, ‘‘रेपो दर को स्थिर रखने का फैसला बाजार की उम्मीदों के अनुरूप ही रहा। आर्थिक वृद्धि के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहने और मुद्रास्फीति के मोर्चे पर आई नरमी से मौद्रिक नीति समिति के पास इसकी गुंजाइश बनी हुई थी।’’ एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहा जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट एवं हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। एक दिन पहले बुधवार को अमेरिकी बाजारों में काफी हद तक गिरावट रही थी। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.31 प्रतिशत गिरकर 76.71 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार में खरीदारी जारी रखी है। एक्सचेंज से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बुधवार को 1,382.57 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।