Highlights
- 59,141.23 अंक पर बंद हुआ बीएसई सेंसेक्स
- 17,622.25 अंक पर बंद हुआ NSE निफ्टी
- विदेशी संस्थागत निवेशक 3,260.05 करोड़ के शेयर बेचे
Stock Market: बैंकिंग शेयरों में लिवाली से घरेलू शेयर बाजार में पिछले तीन कारोबारी सत्र से जारी गिरावट सोमवार को थम गयी और बीएसई सेंसेक्स 300 से अधिक अंक चढ़कर बंद हुआ। तीस अंकों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरुआती झटकों से उबरते हुए 300.44 अंक यानी 0.51 प्रतिशत चढ़कर 59,141.23 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 436.76 अंक तक चढ़ गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.40 अंक यानी 0.52 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,622.25 अंक पर बंद हुआ।
इन कंपनियों के शेयरों में रही तेजी
सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, भारतीय स्टेट बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले और बजाज फिनसर्व प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट नुकसान में बंद हुए। वहीं, यूरोपीय बाजार भी दोपहर में गिरावट में कारोबार कर रहे थे जबकि अमेरिकी शेयर बाजार शुक्रवार को नुकसान में बंद हुए। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 90.10 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुक्रवार को शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने इस दौरान 3,260.05 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
रुपया दो पैसे टूटकर 79.80 प्रति डॉलर पर बंद
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर सोमवार को दो पैसे की गिरावट के साथ 79.80 (अस्थायी) पर बंद हुई। वैश्विक बाजारों में डॉलर के मजबूत होने के साथ रुपया शुरुआती बढ़त गंवाते हुए नीचे आ गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.70 पर खुला। कारोबार के दौरान ऊंचे में यह 79.59 तग गया और नीचे में 79.80 तक आया। अंत में यह दो पैसे की गिरावट के साथ 79.80 पर बंद हुआ। शुक्रवार को रुपया 79.78 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.26 प्रतिशत बढ़कर 110.05 पर पहुंच गया। वैश्विक कच्चा तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.96 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘चीनी युआन के मुकाबले डॉलर में मजबूती रही। युआन का और कमजोर होना एशियाई मुद्राओं के लिए खतरनाक संकेत होगा।