शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को गिरावट दर्ज की गई। दिनभर उतार-चढ़ाव के बाद स्टॉक मार्केट लाल निशान में बंद हुआ। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 231.62 अंक टूटकर 65,397.62 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 83.25 अंक गिरकर 19,541.45 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल स्टॉक्स में आईटीसी, टाटा स्टील, एसबीआई, POWERGRID, एलएंडटी, एक्सिस बैंक में आदि गिरावट रही। वहीं, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, टीसीएस और एनटीपीसी में तेजी रही।
सेंसेक्स 1,030 अंक टूटा चुका
शुक्रवार तक पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स कुल 1,030 अंक टूटा चुका है, जबकि निफ्टी 268 अंक नीचे आया है। सेंसेक्स की कंपनियों में आईटीसी, टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील और पावर ग्रिड में प्रमुख रूप से गिरावट रही। दूसरी ओर कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एनटीपीसी लाभ में रहे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, पश्चिम एशिया में तनाव से पैदा हुई अनिश्चितता और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन के लगातार मौद्रिक सख्ती पर जोर के चलते बाजार में अस्थिरता रही। उन्होंने कहा कि तेल की बढ़ी कीमतें और बढ़े हुए अमेरिकी बांड प्रतिफल से घरेलू मौद्रिक माहौल तथा कंपनियों का प्रदर्शन प्रभावित होगा।
वैश्विक बाजारों में भी गिरावट
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक और और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को नुकसान में रहे। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.14 प्रतिशत उछलकर 93.40 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 1,093.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अमेरिका में 10 साल के सरकारी बॉन्ड पर प्रतिफल 4.99 प्रतिशत पहुंच गया जो बुधवार को 4.91 प्रतिशत था। हालांकि बाद में यह 4.98 प्रतिशत पर आ गया। शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में प्रतिफल 4.94 प्रतिशत था।