हफ्ते के पहले दिन शेयर बाजार को घटती महंगाई ने जबर्दस्त खुशखबरी दी। जिसके चलते बाजार सोमवार को हरे निशान पर बंद हुए शुक्रवार को आए CPI मुद्रास्फीति के आंकड़ों से भी बाजार में उत्साह दिखाई दिया। खुदरा महंगाई अप्रैल 2023 में 4.7% पर आ गई, जो RBI की ऊपरी सहनीय सीमा 6% से नीचे थी। बाजार का मानना है कि आरबीआई को निकट भविष्य में दरों में बढ़ोतरी न करे या यह भी संभव है कि अगले कुछ महीनों में ब्याज दरों में कटौती शुरू हो जाए।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 317.81 अंक यानी 0.51 प्रतिशत की बढ़त के साथ 62,345.71 अंक पर बंद हुआ। यह 14 दिसंबर, 2022 के बाद सेंसेक्स का उच्चस्तर है। कारोबार के दौरान एक समय यह 534.77 अंक तक उछल गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 84.05 अंक यानी 0.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,398.85 अंक पर बंद हुआ। यह निफ्टी का 20 दिसंबर, 2022 के बाद उच्च स्तर है।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स तिमाही परिणाम की घोषणा के बाद करीब तीन प्रतिशत मजबूत हुआ। इसके अलावा आईटीसी, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टुब्रो, इन्फोसिस, टाटा स्टील और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से लाभ में रहे। घरेलू मांग बढ़ने और आपूर्ति व्यवस्था सुधरने से टाटा मोटर्स का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च तिमाही में 5,408 करोड़ रुपये रहा।
दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में मारुति सुजुकी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनेंस, एशियन पेट्स, बजाज फिनसर्व और नेस्ले इंडिया शामिल हैं।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुद्रास्फीति में कमी, विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने तथा वैश्विक स्तर पर जिंसों के दाम में नरमी से अगली तिमाही में तिमाही आधार पर मजबूत वित्तीय परिणाम की उम्मीद से घरेलू शेयर बाजारों में तेजी रही।’’ नायर ने कहा कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर 4.7 प्रतिशत पर आ गयी। वहीं थोक महंगाई दर भी कम हुई है। यह भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत दर में बदलाव नहीं करने के निर्णय की पुष्टि करता है।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में ज्यादातर लाभ में रहे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मामूली नुकसान में रहे। उधर, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत उछलकर 74.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।