विदेशी निवेशकों ने फिर निवेश बढ़ाया
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘लाल सागर में स्थिति सामान्य होने तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का पूंजी प्रवाह फिर से जारी होने से दोनों मानक सूचकांकों ने उम्मीदों को बरकरार रखा और नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुए। कच्चे तेल के दाम में नरमी और इसके 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आने से तेल एवं ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में लिवाली हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अगले साल आक्रामक रूप से नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद में एशियाई बाजार में भी तेजी रही।’’ सेंसेक्स की कंपनियों में एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावर ग्रिड, नेस्ले, टाटा मोटर्स, आईटीसी, भारती एयरटेल और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो, जेएसडब्ल्यू स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और एशियन पेंट्स शामिल हैं।वैश्विक बाजारों में भी रही तेजी
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मामूली गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को लाभ में रहे थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79.07 डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 2,926.05 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। सेंसेक्स बुधवार को 701.63 और निफ्टी 213.40 अंक मजबूत हुआ था।