Stock Market : भारतीय शेयर बाजारों के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष की शुरूआत अच्छी नहीं रही है। आईटी शेयरों की गिरावट और अमेरिकी बाजार में मंदी की आशंका के बीच शेयर बाजार ने तगड़ी गिरावट देखी है। लेकिन आगे की तस्वीर और भी भयावह हो सकती है। बाजार के जानकारों के अनुसार बाजार में अभी और भी करेक्शन दिखाई दे सकता है और निफ्टी 15600 तक पहुंच सकता है।
अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज ने भारतीय शेयर बाजारों में निवेशकों के लिए आने वाले समय में और अधिक परेशानी का संकेत दिया है। बोफा का अनुमान है कि दिसंबर तक बेंचमार्क सूचकांक में 10 प्रतिशत का और ‘करेक्शन’ आएगा। ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 31 दिसंबर, 2022 तक 15,600 अंक पर रहेगा। इससे पहले बोफा ने जून में निफ्टी के दिसंबर अंत तक 14,500 अंक पर रहने का अनुमान लगाया गया था। कंपनी ने अपने इस अनुमान में अब संशोधन किया है।
बाजारों ने हाल में विदेशी निवेशकों के प्रवाह के साथ निरंतर बिकवाली के बाद कुछ लिवाली देखी गई है। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने घरेलू शेयर बाजारों से 29 अरब डॉलर से अधिक की निकासी की है।
बोफा के विश्लेषकों ने एक नोट में कहा, ‘‘हम मौजूदा अस्थिर माहौल और वैश्विक मंदी की चिंताओं को लेकर सतर्क बने हुए हैं।’’ इसके अलावा ब्रोकरेज ने कच्चे तेल की उच्च कीमतों, रुपये में गिरावट और घरेलू मुद्रास्फीति में कमी जैसे कुछ सकारात्मक बातों की ओर भी इशारा किया है।
अभी 17659 पर है निफ्टी
बोफा ने निफ्टी के 16500 तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। वहीं ताजा बाजार की बात करें तो 11 अगस्त को बाजार बंद होने के समय निफ्टी 124.25 अंक 0.71 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17.659 अंक पर बंद हुआ।
डॉलर के मुकाबले टूटा रुपया
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 36 पैसे टूटकर 79.61 रुपये पर बंद। बीते कुछ दिनों से रुपये में बड़ा उतार.चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में रुपया 79.22 से 79.31 के दायरे में कारोबार कर रहा था। बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 38 पैसे की तेजी के साथ 79.25 के भाव पर बंद हुआ था।