Highlights
- भारतीय बाजार में चौतरफा बिकवाली देखने को मिली
- सबसे ज्यादा गिरावट मेटल और आईटी शेयरों में रही
- निफ्टी पर मेटल इंडेक्स में करीब पांच फीसदी की कमजोरी रही
Share Market: शेयर बाजार में मंगलवार को आई तेजी जारी नहीं रह सकी। बुधवार को एक बार फिर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 710 अंक टूटकर 51,822.53 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 226 अंक लुढ़कर 15,413.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल सिर्फ तीन कंपनियों टीसीएस, POWERGRID और मारुति के शेयरों में तेजी रही। बाकी 27 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सबसे बड़ी गिरावट टाटा स्टील में रही। टाटा स्टील का शेयर 5.24% टूटकर 837.95 रुपये पर बंद हुआ।
गिरकर खुले थे भारतीय बाजार
एशियाई बाजारों में कमजोर रुख की वजह से बुधवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय बाजार गिरकर खुले थे। बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 418.07 अंक गिरकर 52,114 पर और निफ्टी 131.1 अंक गिरकर 15,507. 70 पर खुला था। सेंसेक्स से बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा और भारती एयरटेल गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग, सियोल और शंघाई के बाजार मध्य सत्र के सौदों में गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे।
विदेशी निवेशक की बिकवाली का असर
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, बाजार में अच्छी तेजी आ सकती है और मंगलवार को यह देखने को मिला। लेकिन सवाल है, क्या यह जारी रहेगी? कच्चे तेल के दाम में नरमी के अलावा वैसी कोई आर्थिक खबरें नहीं है, जिससे तेजी को बरकरार रखने में मदद मिले। उन्होंने कहा, डॉलर मजबूत बना हुआ है और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल आकर्षक है और इसमें वृद्धि की उम्मीद है। इसको देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों का अपनी बिकवाली रणनीति बदलने का कोई कारण नहीं दिखता है।
रुपया टूटकर 78.40 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद
विदेशी कोषों की लगातार निकासी और घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के चलते रुपया बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 27 पैसे की गिरावट के साथ 78.40 (अनंतिम) के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेश में डॉलर की मजबूती से भी रुपये की धारणा पर असर पड़ा। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये के नुकसान को सीमित किया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में स्थानीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 78.13 पर सपाट खुली और इसने दिन के कारोबार के दौरान 78.13 के ऊपरी और 78.40 के निचले स्तर को देखा।