लोक सभा चुनाव 2024 के नतीजों में बीते 4 जून को भारतीय जनता पार्टी को अकेले अपने दम पर स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने से सदमे में जा चुके बाजार ने बुधवार को अच्छी रिकवरी के साथ कारोबार की शुरुआत की है। सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर बीएसई सेंसेक्स 511.99 अंक की तेजी के साथ 72591.04 के लेवल पर था, जबकि एनएसई निफ्टी 167.15 अंक की बढ़त के साथ 22,051.65 के लेवल पर था। इससे पहले बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का बेंचमार्क सेंसेक्स ने आज बाजार खुलते ही 518.51 अंक उछलकर 72597.56 के लेवल पर कारोबार का आगाज किया। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 148.35 अंक की बढ़त के साथ 22032.85 के लेवल पर कारोबार करता दिखा। मंगलवार को नतीजों के दिन सेंसेक्स 6100 से भी ज्यादा अंक तक टूट गया था। निफ्टी भी अपने सर्वकालिक ऊंचाई से काफी नीचे फिसल गया था।
नफा-नुकसान वाले शीर्ष शेयर
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी पर ओएनजीसी, एमएंडएम, बीपीसीएल, एचयूएल, टाटा स्टील प्रमुख लाभ वाले शेयरों में शामिल रहे, जबकि हिंडाल्को, एलएंडटी, पावर ग्रिड कॉर्प, एक्सिस बैंक और अपोलो हॉस्पिटल्स नुकसान में रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 5 जून को 12,436.22 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,318.98 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। इसके इतर, आज कुछ कंपनियां अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी जिनमें अरिहंत इंस्टीट्यूट, मैकनैली भारत इंजीनियरिंग, सैंडू फार्मास्यूटिकल्स, नेचुरो इंडियाबुल, सुपर क्रॉप सेफ और टोयम स्पोर्ट्स शामिल हैं।
किन सेक्टर में क्या है आज का कारोबारी ट्रेंड
अलग-अलग सेक्टरों में एफएमसीजी, आईटी, मीडिया, फार्मा, प्राइवेट बैंक और हेल्थकेयर सूचकांक हरे निशान में रहे, जबकि पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, तेल एवं गैस, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बैंक, ऑटो और वित्तीय सेवा सूचकांक लाल निशान में रहे। शुरुआती कारोबारी सत्र के दौरान व्यापक बाजार लाल निशान पर था, बीएसई स्मॉलकैप में 1.20% तथा बीएसई मिडकैप में 0.45% की गिरावट आई। निफ्टी 50 पर मौजूद 50 में से 15 शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। बीएसई सेंसेक्स के 30 शेयरों में से केवल पांच शेयर, पावर ग्रिड कॉर्प, लार्सन एंड टूब्रो, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक, लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, एचसीएलटेक और एशियन पेंट्स सबसे ज्यादा लाभ में थे।