Sensex and Nifty: यह हफ्ता बाजार के लिए ठीक नहीं बीत रहा है। लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ है। सेंसेक्स 344 अंको की नुकसान के साथ 57,555 पर बंद हुआ तो वहीं निफ्टी 83 अंक के नुकसान के साथ 17,838.76 पर कारोबार क्लोज किया। बता दें कि शेयर बाजार में पिछले कई दिनों से जारी गिरावट पर आज सुबह ब्रेक लग गया था। शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 552.85 अंक उछलकर 58,432.98 अंक पर पहुंच गया। इसके साथ ही एनएसई निफ्टी भी 151.70 अंक चढ़कर 17,195.00 अंक पर पहुंच गया, लेकिन बाजार बंद होते-होते स्थिति पलट गई और मार्केट घाटे में आ गया। अमेरिका में महंगाई घटने से फेड की ओर से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना कम हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक भी रेपो रेट में बढ़ोतरी का फैसला टाल सकता है। इसके चलते दुनियाभर के बाजारों में तेजी लौटी है। अगर सेंसेक्स में शामिल शेयरों पर नजर डालें तो में इंडसइंड बैंक, टाटइटन, आईसीआईसीआई बैंक, टीसीएस आदि में तेजी है। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 में शेयरों में 46 शेयरों में तेजी और 4 में गिरावट देखने को मिल रही है।
2008 के बाद पहली बार आई ऐसी आफत
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि वर्ष 2008 के बाद से अमेरिका में एक बड़े बैंक के विफल होने के बाद निवेशक चिंतित हैं और वे सुरक्षित माने जाने वाली संपत्तियों में निवेश को तरजीह दे रहे हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''सिलिकॉन वैली बैंक और उसके बाद अमेरिका के ही सिग्नेचर बैंक के विफल होने के बाद वैश्विक बाजार में भारी गिरावट आई। विशेष रूप से, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में किये गये फैसले का बाजार में बिकवाली पर महत्वपूर्ण असर पड़ेगा। इसके अलावा, मंगलवार को अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े आने हैं। उसका भी अल्पावधि में बाजार पर प्रभाव पड़ेगा। बाजार महंगाई में कमी की उम्मीद कर रहा है।