शेयर बाजार में आज काफी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। मार्केट में आज काफी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों को काफी नुकसान हुआ है। सेसेंक्स 147 अंक फिसलकर 59,958 पर जा पहुंचा है वहीं निफ्टी भी 40 अंक गिरकर 18,796 पर आज कारोबार बंद किया है।
ये आंकड़े आगे भी बाजार को करेंगे प्रभावित
एक्सपर्ट के मुताबिक, वैश्विक रुझान, रुपये का उतार-चढ़ाव, ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। मीणा ने कहा कि तिमाही नतीजों के सीजन की शुरुआत आईटी कंपनियों के साथ होगी। सप्ताह के दौरान टीसीएस, इन्फोसिस और एचसीएल टेक अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 940.37 या 1.55 प्रतिशत के नुकसान में रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 245.85 अंक या 1.6 प्रतिशत टूटा।
नए साल में शुरुआत सतर्क रुख के साथ
जूलियर बेयर इंडिया के कार्यकारी निदेशक मिलिंद एम ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों की नए साल में शुरुआत सतर्क रुख के साथ हुई। बाजारों में वहीं रुख दिखा, जो पिछले साल के आखिरी महीने यानी दिसंबर में था। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति तथा विदेशी कोषों की सतत निकासी ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा जारी होने के बाद निवेशकों की जोखिम लेने की धारणा पर असर पड़ा है। इस ब्योरे से 2023 में ब्याज दरों में और बढ़ोतरी का संकेत मिला है। नायर ने कहा कि इस सप्ताह आईटी क्षेत्र की कंपनियां टीसीएस, इन्फोसिस, एचसीएल टेक और विप्रो अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। वहीं 12 जनवरी को आईआईपी और सीपीआई के आंकड़े आएंगे।
कंपनियों के रिजल्ट पर निवेशकों की नजर
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि.के उपाध्यक्ष तकनीकी शोध अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू कारकों के अलावा वैश्विक बाजार के रुख पर सभी की निगाह रहेगी। सैमको सिक्योरिटीज में बाजार परिदृश्य प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस सप्ताह बाजार भागीदारों की निगाह अमेरिका और चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर रहेगी। ‘‘घरेलू मोर्चे पर तीसरी तिमाही के नतीजों के सीजन की शुरुआत आईटी कंपनियों के साथ होगी।’’