घरेलू शेयर बाजार का जोश लगातार ठंडा चल रहा है। बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स 16 अक्टूबर को लगातार तीसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 319 अंक टूटकर 81,501.36 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 50 भी 86.05 अंक की गिरावट के साथ 24,971.30 के लेवल पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक भी 104.95 अंक की गिरावट के साथ 51,801.05 के लेवल पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी 50 में एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, डॉ रेड्डीज लैब, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल और ग्रासिम इंडस्ट्रीज टॉप गेनर्स रहे। इस बीच, 16 अक्टूबर को निफ्टी 50 में ट्रेंट, एमएंडएम, इंफोसिस, हीरो मोटोकॉर्प और अदानी पोर्ट्स टॉप लूजर स्टॉक्स रहे।
बाजार की सुस्ती के ये भी हैं वजह
एक्सपर्ट का मानना है कि मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव, यूएस फेड द्वारा 50 आधार अंकों की दर में कटौती और भारतीय राज्य चुनावों के कारण बाजार में अस्थिरता के तूफान के बीच पिछले छह हफ्तों से बेंचमार्क ज्यादातर सपाट रहे हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में रिलायंस इंडस्ट्रीज के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद चिंताएं बढ़ गई हैं। एफआईआई द्वारा लगातार बिकवाली ने भी निवेशकों को सतर्क रुख अपनाने के लिए प्रेरित किया है।
निफ्टी रियल्टी की तेजी में इनका रहा योगदान
16 अक्टूबर को निफ्टी रियल्टी की तेजी में गोदरेज प्रॉपर्टीज, डीएलएफ, फीनिक्स, मैक्रोटेक डेवलपर्स और महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स का सबसे बड़ा योगदान रहा। जानकार कहते हैं कि वैश्विक बाजार के कमजोर संकेतों ने समग्र कमजोरी में योगदान दिया, लेकिन इस महीने विदेशी निवेशकों द्वारा घरेलू शेयरों की लगातार बिकवाली ने स्थानीय व्यापारियों को परेशान कर दिया है।
निवेशकों के डूबे ₹1 लाख करोड़
लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) करीब ₹463 लाख करोड़ रहा। पिछले सत्र में बाजार पूंजीकरण करीब ₹464 लाख करोड़ था। इस तरह निवेशकों को एक दिन में करीब ₹1 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। सेंसेक्स में बीएसई पर इंट्राडे कारोबार में एचसीएल टेक, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी एएमसी, ओबेरॉय रियल्टी, पेज इंडस्ट्रीज और सीमेंस सहित 262 शेयरों ने अपने नए 52 सप्ताह के टॉप लेवल को छुआ।