हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बाजार एक रेंज में कारोबार करता दिखा। शेयर बाजार हरे में खुलने के बाद थोड़ी ही देर में लाल निशान में पहुंच गया। इसके बाद पूरे दिन बाजार एक रेंज में कारोबार करता रहा। हालांकि, आखिरी ट्रेडिंग सेशन में खरीदारी लौटने से निफ्टी हरे निशान में पहुंचने में कामयाब रहा। बाजार बंद होने पर बीएसई सेंसेक्स 9.37 अंक टूटकर 62,970.00 अंक पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 25.70 अंक की तेजी के साथ 18,691.20 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दो अलग-अलग डायरेक्शन में लंबे समय बाद बंद हुए हैं। आमतौर पर दोनों हरे या लाल निशान में बंद होते हैं। निफ्टी में शामिल सिप्ला, अडाणी एंटरप्राइजेज, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा कंज्यूमर और यूपीएल में अच्छी तेजी देखने को मिली।
इन कंपनियों के शेयरों में रही बिकवाली
सेंसेक्स शेयरों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा और एचडीएफसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में मारुति, टाटा मोटर्स, टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक और इंडसइंड बैंक शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहा जबकि जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में रहे थे।
वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख का असर
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘रूस में राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंता बढ़ने से वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख रहा। सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से एक रूस में अस्थिरता बढ़ने से तेल के दाम चढ़ने की आशंका है। हालांकि घरेलू मोर्चे पर ज्यादा गिरावट नहीं रही। इसका कारण औषधि तथा वाहन क्षेत्रों से मिला समर्थन है।’’ वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.45 प्रतिशत चढ़कर 74.18 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 344.ं81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे थे।