ग्लोबल संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को सपाट बंद हुआ। बीते लंबे समय से बाजार में छाई सुस्ती से निवेशकों का उत्साह ठंडा है। कारोबार के आखिर में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) सेंसेक्स 0.39 अंक कमजोर होकर 78,472.48 के लेवल पर बंद हुआ। हालांकि, निफ्टी 22.55 अंक की तेजी के साथ 23750.20 के लेवल पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक में 62.3 अंकों की गिरावट दिखी और यह 51,170.70 के लेवल पर टिका। आज के कारोबार के दौरान निफ्टी पर अडानी पोर्ट्स, श्रीराम फाइनेंस, एमएंडएम, मारुति सुजुकी, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस प्रमुख लाभ में रहे, जबकि टाइटन कंपनी, एशियन पेंट्स, नेस्ले, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज में गिरावट दर्ज की गई।
इन सेक्टर में खरीदारी दिखी
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स सपाट बंद हुए। सेक्टोरल फ्रंट पर ऑटो, एनर्जी, फार्मा, रियल्टी, पीएसयू बैंक में खरीदारी देखी गई, जबकि मेटल, एफएमसीजी, मीडिया में बिकवाली देखी गई। छुट्टियों के दौरान कारोबार के दौरान ग्लोबल संकेत सुस्त रहे, निवेशकों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर संबंधी फैसलों और ट्रम्प की टैरिफ नीतियों पर लगी रही। गुरुवार को सेंसेक्स 78,557.28 पर खुला, जबकि पिछली बार यह 78,472.87 पर बंद हुआ था। इसने क्रमश: 78,898.37 और 78,173.38 का उच्चतम और निम्नतम स्तर छुआ। 30 शेयरों वाला यह शेयर आखिर में 78,472.48 पर स्थिर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों का हाल
खबर के मुताबिक, गुरुवार को क्रिसमस की छुट्टियों के बाद कम कारोबार के चलते एशियाई शेयर ज्यादातर पॉजिटिव रहे। तेल की कीमतों में उछाल आया। S&P 500 और डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज के वायदा में 0.2% की गिरावट आई। जापान के निक्केई 225 सूचकांक में 1.1% की उछाल आई और यह 39,568.06 पर पहुंच गया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.4% गिरकर 2,429.67 पर आ गया, जबकि ताइवान में ताइएक्स में 0.1% की बढ़त दर्ज की गई। शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.1% बढ़कर 3,398.08 पर पहुंच गया। थाईलैंड का एसईटी 0.1% गिरा।
हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंडोनेशिया में गुरुवार को बाजार बंद रहे। अमेरिकी बाजार गुरुवार को फिर से खुलेंगे, जब अमेरिकी बेरोजगारी लाभों पर अपडेट आने वाला है। एसएंडपी 500 में 1.1% की बढ़त दर्ज की गई, जबकि डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 0.9% की बढ़ोतरी हुई। नैस्डैक कंपोजिट में 1.3% की बढ़ोतरी हुई। गुरुवार की सुबह भी, अमेरिकी बेंचमार्क कच्चा तेल 32 सेंट बढ़कर 70.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 31 सेंट बढ़कर 73.48 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।