वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख और विदेशी निवेशकों की सतत निकासी के बीच सोमवार को सतर्कता भरे कारोबार में सेंसेक्स 51 अंक के नुकसान में रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी लगभग सपाट रुख के साथ बंद हुआ। कारोबारियों के मुताबिक, नवंबर के मुद्रास्फीति आंकड़ों से पहले कारोबारियों ने सतर्कता बरती। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 51.10 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 62,130.57 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी एकदम सपाट 18,497.15 अंक पर बंद हुआ।
कारोबार के दौरान आई थी बड़ी गिरावट
हालांकि, सेंसेक्स एक समय 505.52 अंक यानी 0.81 प्रतिशत तक लुढ़क गया था लेकिन बाद में इसमें सुधार आया। एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी भी उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद सपाट स्तर पर रहा। निफ्टी 0.55 अंक की मामूली बढ़त के साथ 18,497.5 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से एशियन पेंट्स, इन्फोसिस, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड, भारती एयरटेल, एसबीआई और बजाज फिनसर्व नुकसान में रहीं। वहीं, टाटा स्टील, नेस्ले, डॉ रेड्डीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
आईटी शेयरों के चलते दबाव बना हुआ
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में शुरुआत काफी कमजोर के साथ हुई थी लेकिन बैंकिंग, धातु और तेल-गैस के शेयरों में तेजी से इस नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो गई। हालांकि, आईटी शेयरों में बिकवाली जारी रहने से बाजार पर पर दबाव बना हुआ है।’’ एशिया के अन्य बाजारों में भी गिरावट का रुख देखा गया। दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजारों में भी दोपहर के सत्र में गिरावट देखी जा रही थी। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नकारात्मक स्तर पर बंद हुए थे।
कच्चा तेल टूटटकर 75 डॉलर के आसपास
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.80 प्रतिशत गिरावट के साथ 75.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। वहीं, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया सोमवार को 25 पैसे घटकर 82.53 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि घरेलू बाजार में जोखिम से बचने की धारणा के कारण भी रुपया प्रभावित हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.54 के स्तर पर नीचे खुला और कारोबार के अंत में यह 25 पैसे की गिरावट के साथ 82.53 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार से निकासी का सिलसिला जारी रखा है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने शुक्रवार को 158.01 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।