Highlights
- विशेषज्ञों के अनुसार, बीएसई सेंसेक्स 54,500 अंक तक लुढ़क सकता है आने वाले दिनों में
- निफ्टी का सपोर्ट 16300-16500 के बीच, यानी और बड़ी गिरावट आने की पूरी आशंका
- स्टार्टअप कंपनियों के शेयर से दूरी बनाएं निवेशक, अच्छी कंपनियों में निवेश तो बने रहे
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। सेंसेक्स 1,400 अंक से अधिक टूटकर 57 हजार के नीचे पहुंच गया। वहीं, 400 अंक लुढ़कर 17,000 के नीचे चला गया। 12.20 बजे तक तक सेंसेक्स −1,401.33 (2.42%अंक गिरकर 56,456.82 अंक पर और निफ्टी −405.30 (2.35%) अंक टूटकर 16,872.65 अंक पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, इसके बाद भी बाजार में सुधार की उम्मीद बिल्कुल नहीं है। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने और बड़ी गिरावट का अनुमान लगाया है।
सेंसेक्स 54,500 और निफ्टी 16,300 तक गिरने का अनुमान
इंडिया इंफोलाइन सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि भारतीय शेयर बाजार में और बड़ी गिरावट आ सकती है। उन्होंने बताया कि तकनीकी रूप से निफ्टी अपना एक साइकिल पूरी कर रही है। ट्रेंडरेखा ब्रेडडाउन होता हुआ दिख रहा है। वहीं, आरएसआई और एमएसीडी नेगेटिव डाइवर्जेंस शो कर रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में निफ्टी 16300-16500 तक जा सकता है। वहीं, सेंसेक्स 54,500 के स्तर को टच कर सकता है। यानी बजट से पहले बचे दो दिन में और बड़ी गिरावट आ सकती है। ऐसे में निवेशकों को सर्तक रहने की जरूरत है और अच्छी कंपनी में ही निवेश करने की जरूरत है।
इन सेक्टर में आ सकती है तेजी
मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने इंडिया टीवी को बताया कि बाजार में और बड़ी गिरावट आने की आशंका है। निफ्टी 16,300 से लेकर 16,500 तक जा सकता है। ऐसे में निवेशकों को न्यू एज कंपनियों यानी (स्टार्टअप) से दूरी बनाने की जरूरत है। इसमें गिरावट गहरा सकती है। वहीं, सरकार का जोर ईवी पर है। ऐसे में इस सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों में निवेश करना बेहतर हो सकता है। इसके साथ रियल एस्टेट भी एक अच्छा सेक्टर है। बजट में इसको लेकर कई घोषणाएं हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि अब बाजार अपने दम पर आगे बढ़ेगा। यानी केंद्रीय बैंकों द्वारा लिक्विटी के दम पर आई तेजी का दौर खत्म हो गया है। ऐसे में निवेशक अच्छी कंपनियों का ही चुनाव करें।
निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपये डूबे
बाजार में बड़ी गिरावट आने से अभी तक निवेशकों के करीब 4 लाख करोड़ डूब गए हैं। दरअसल, गुरुवार को अभी बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 258.12 लाख करोड़ रुपये है, जो कि मंगलवार को 262.77 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों की पूंजी 4 लाख करोड़ रुपये कम हुई है।
इन कंपनियों में बड़ी गिरावट
एशियाई बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच और टाइटन, विप्रो तथा एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते सेंसेक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। इसके अलावा विप्रो, डॉ.रेड्डीज, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस भी गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल हैं।
क्यों आई बाजार में इतनी बड़ी गिरावट
भारतीय बाजर में गुरुवार को बड़ी गिरावट अमेरिकी फेड के ब्याज दर में बढ़ोतरी फैसले के कारण आया है। इसके साथ ही ब्रेंट क्रूड 90 डॉलर के करीब पहुंचने का असर भी भारतीय बाजार पर देखने को मिल रहा है।अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग, सियोल, शंघाई और तोक्यो में शेयर मध्य सत्र के सौदों में नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.93 प्रतिशत बढ़कर 89.12 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को सकल आधार पर 7,094.48 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। भाषा मानसी मानसी 2701 1034 मुंबई नननन
रुपये में भी बड़ी गिरावट
गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 40 पैसे टूटकर 75.18 पर आया। रुपये में बड़ी गिरावट फेड के फैसले के चलते आया है।