Sensex and Nifty Downfall: कमजोर वैश्विक बाजार रुझानों और लगातार विदेशी फंड निकासी के बीच भारतीय शेयर बाजार बुधवार को औंधे मुंह गिर गया। सेंसेक्स और निफ्टी में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। एक समय सेंसेक्स 1000 अंक नीचे चला गया। अभी सेंसेक्स 676 अंक गिरकर 65,782 पर तथा निफ्टी 207 अंक गिरकर 19,526 अंक पर चला गया। मेटल स्टॉक पर सबसे अधिक दबाव देखा गया, बुधवार को लगभग सभी सेक्टर गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी के विजयकुमार कहते हैं कि ऐसा (अमेरिकी रेटिंग में गिरावट) पहले भी हुआ है। शेयर बाज़ारों पर प्रभाव नकारात्मक होने की संभावना है, लेकिन बड़ा नहीं क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अब नरमी की ओर बढ़ रही है, न कि मंदी की, जैसा कि बाज़ारों को पहले से डर था। भारत की बेरोजगारी दर जुलाई में गिर गई थी, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में मानसूनी बारिश की शुरुआत के साथ कृषि श्रमिकों की मांग में वृद्धि देखी गई। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, कुल बेरोजगारी दर जुलाई में गिरकर 7.95% हो गई, जो जून में 8.45% थी। फिच ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग घटा दी है। इस रिपोर्ट ने भी मार्केट को गिरने में एक बड़ी भूमिका निभाई है।
क्रेडिट रेटिंग डाउनग्रेड क्या है?
क्रेडिट रेटिंग डाउनग्रेड का मतलब किसी के वित्तीय स्कोरकार्ड पर कम ग्रेड प्राप्त करना है। कंपनियों और सरकारों को रेटिंग मिलती है जो दर्शाती है कि उनके लोन चुकाने की कितनी संभावना है। यदि किसी कंपनी या सरकार की रेटिंग कम हो जाती है, तो इसका मतलब है कि उनकी वित्तीय स्थिति खराब हो गई है, और उन्हें पैसा उधार देना जोखिम भरा माना जाता है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां कंपनियों और सरकारों (उधारकर्ता या ऋण उपकरण जारीकर्ता) से जुड़ी साख और डिफ़ॉल्ट के जोखिम का आकलन करती हैं और उनके मूल्यांकन के आधार पर रेटिंग प्रदान करती हैं। विभिन्न रेटिंग एजेंसियां रेटिंग देने के लिए अलग-अलग प्रथाओं का पालन करती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, फिच रेटिंग्स के लिए 'एएए' रेटिंग सबसे अच्छी है और 'एए+' उच्च गुणवत्ता वाली है। अमेरिका की रेटिंग अभी 'एएए' से घटकर 'एए+' हो गई है और आउटलुक 'स्थिर' है इसलिए अमेरिका की साख अभी भी मजबूत बनी हुई है।
इन कंपनियों की हालत खराब
सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील, एलएंडटी, जेएसडब्ल्यू स्टील, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, विप्रो, आईटीसी और टाटा मोटर्स नुकसान में थे। दूसरी ओर मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड और टेक महिंद्रा के शेयर लाभ में कारोबार कर रहे थे। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.85 प्रतिशत बढ़कर 85.63 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 92.85 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।
ये भी पढ़ें: निवेश के लिए तैयार रख लें पैसे! स्टेनलेस स्टील बनाने वाली यह कंपनी ला रही IPO