Highlights
- ऊंचे दाम पर विदेशों में पेट्रोल डीजल और हवाई ईंधन बेच रही है निजी पेट्रोलियम कंपनियां
- विदेशों में ज्यादा पेट्रोल डीजल बेचने के कारण देश के कई राज्यों में ईंधन संकट खड़ा हो गया है
- दूसरी पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट देखने को मिल रही है
Reliance के शेयर में आज बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। अमूमन ऐसा नहीं होता है कि रिलायंस के शेयर एक दिन में 9 फीसदी तक टूट जाए लेकिन आज ऐसा हुआ है। आज शेयर 9 फीसदी तक टूटा था लेकिन 2 बजे तक 168.20 (6.48%) टूटकर 2,427.45 रुपये पर कारोबार कर रहा है। वहीं, ONGC का शेयर भी 18.85 (12.44%) लुढ़कर 132.70 रुपये पर पहुंच गया है। वेदांता के शेयर में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। कंपनी का शेयर 11.40 (5.11%) टूटकर 211.60 रुपये पर कारोबार कर रहा है। आखिर, क्या वजह है कि दोनों पेट्रोलियम कंपनियों के शेयरों में इतनी बड़ी गिरावट आई है। आइए, जानते हैं कि क्यों इन दोनों कंपनियों के शेयरों में इतनी बड़ी गिरावट आई है।
सरकार ने लगाया निर्यात पर भारी टैक्स
सरकार ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड जैसी कंपनियों द्वारा पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन (एटीएफ) के अन्य देशों को निर्यात पर टैक्स लगाया है। इसके साथ ही ओएनजीसी और वेदांता लिमिटेड जैसी कंपनियों द्वारा स्थानीय रूप से उत्पादित कच्चे तेल से मिलने वाले अप्रत्याशित लाभ पर भी कर लगाया गया है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया कि सरकार ने पेट्रोल और एटीएफ के निर्यात पर छह रुपये प्रति लीटर की दर से कर लगाया है तथा डीजल के निर्यात पर 13 रुपये प्रति लीटर का कर लगाया गया है।
कंपनियां कमा रहीं मोटा मुनाफा
निर्यात कर इस लिहाज से लगाया गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और रोजनेफ्ट समर्थित नायारा एनर्जी जैसी रिफायनरी यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर तेल किल्लत का सामना कर रहे यूरोप और अमेरिका जैसे क्षेत्रों में ईंधन का निर्यात करके खासा लाभ कमा रही हैं। इस फैसले के बाद इन कंपनियों की कमाई घटेगी। इससे इनके लाभ पर असर होगा। लाभ में कमी की आशंका के कारण शेयर में बड़ी बिकवाली देखने को मिल रही है।