अनिल अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयर में शुक्रवार को धमाकेदार 12 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल देखा गया। यह एक साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर शुक्रवार को बीएसई पर ₹284.00 पर खुला, जो ₹284.75 से थोड़ा कम था, इसके बाद इसमें बढ़ोतरी जारी रही। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर मूल्य ₹320 पर पहुंच गया, जो 12% से अधिक की वृद्धि दर्शाता है। जानकारों का मानना है कि कंपनी ने जो अपने कर्ज में कमी की है, यह उछाल उसी का परिणाम है।
₹3000 करोड़ जुटाने की योजना
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने बीते गुरुवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने योग्य संस्थागत खरीदारों को योग्य संस्थागत प्लेसमेंट के माध्यम से इक्विटी शेयर या कोई अन्य योग्य प्रतिभूति जारी करके 3,000 करोड़ रुपये तक की धनराशि जुटाने के लिए सदस्यों से सक्षम प्राधिकरण प्राप्त करने की योजना को मंजूरी दे दी है। लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, कंपनी ने यह भी कहा कि उसके निदेशक मंडल ने तरजीही आवंटन के माध्यम से 240 रुपये प्रति शेयर के निर्गम मूल्य पर कंपनी के 12.56 करोड़ इक्विटी शेयर और/या कंपनी के इक्विटी शेयरों में परिवर्तनीय वारंट जारी करने को भी मंजूरी दे दी है।
लोन में की जोरदार कमी
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा है कि उसने अपने स्टैंडअलोन बाहरी ऋण को ₹3,831 करोड़ से घटाकर ₹475 करोड़ कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी की कुल संपत्ति ₹9,041 करोड़ हो जाएगी। कंपनी ने हाल ही में समझौता किया और कंपनी द्वारा जारी गैर परिवर्तनीय डिबेंचर के संबंध में एडलवाइस एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (एडलवाइस) के साथ 235 करोड़ रुपये की राशि के लिए अपने पूरे दायित्वों का भुगतान किया।
इन कंपनियों को चुकाया पैसा
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने भारतीय जीवन बीमा निगम, एडलवाइस एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, यूनियन बैंक और अन्य ऋणदाताओं को अपने वित्तपोषित बकाया का भुगतान कर दिया है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड दिल्ली में ईपीसी सेवाएं, बिजली वितरण के व्यवसाय में है। साथ ही कंपनी रक्षा क्षेत्र और मेट्रो, टोल रोड और हवाई अड्डों जैसे बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में कई परियोजनाओं के अमल, संचालन और रखरखाव में भी है। कंपनी ने अत्याधुनिक मुंबई मेट्रो लाइन वन परियोजना को क्रियान्वित किया है।