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बैंकिंग, आईटी शेयरों में उछाल के कारण का पता चला, 52 वीक हाई के करीब NIFTY IT इंडेक्स

फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि के चक्र की समाप्ति का संकेत देने और 2024 में संभवत: तीन बार दरों में कटौती का संकेत देने के बाद यह प्रवृत्ति तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी बांड से होने वाली कमाई में गिरावट आई और 10 साल के बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज चार प्रतिशत कम हो गया।

Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published : Dec 16, 2023 17:19 IST, Updated : Dec 16, 2023 17:19 IST
सेंसेक्स
Photo:FILE सेंसेक्स

हाल के दिनों में बैंकिंग और आईटी शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। रिटेल निवेशक को यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि एकदम से हैवीवेट आईटी और बैंकिंग स्टॉक्स की चाल तेज हो गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने शनिवार को कहा कि विदेशी निवेशकों यानी एफपीआई ने बैंकिंग और आईटी क्षेत्रों में भारी स्टॉक खरीदा है। इसके चलते इन दो सेक्टर के स्टॉक्स में बड़ा उछाल देखने को मिला है। आईटी इंडेक्स में शामिल 10 में से 10 शेयर शुक्रवार को हरे निशान में बंद हुए। इसके चलते आईटी इंडेक्स 35,782.45 अंक पर पहुंच गया। यह 52 वीक हाई के बिल्कुल करीब है। 

इस कारण विदेशी निवेशकों ने निवेश बढ़या 

फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि के चक्र की समाप्ति का संकेत देने और 2024 में संभवत: तीन बार दरों में कटौती का संकेत देने के बाद यह प्रवृत्ति तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी बांड से होने वाली कमाई में गिरावट आई और 10 साल के बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज चार प्रतिशत कम हो गया। विजयकुमार ने कहा, “एफपीआई ने बैंकिंग और आईटी सेगमेंट में जमकर शेयर खरीदे। एफपीआई की खरीददारी जारी रहने और आगे बढ़ने की संभावना है।" भारत एफपीआई के शीर्ष निवेश स्थलों में से एक है। वैश्विक निवेशकों में अब लगभग आम सहमति है कि आने वाले कई वर्षों तक निरंतर विकास के लिए उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत में सबसे अच्छी संभावनाएं हैं। विजयकुमार ने बताया कि जेपी मॉर्गन इमर्जिंग मार्केट बॉन्ड इंडेक्स में भारत के शामिल होने के बाद देश के सरकारी बॉन्ड में निवेश को लेकर काफी उत्साह है। उन्होंने कहा, “कुछ संस्थानों ने पहले ही खरीददारी शुरू कर दी होगी। अब जब अमेरिकी बांड पर लाभ में काफी गिरावट आई है, तो भारतीय बांड अधिक निवेश आकर्षित करेंगे।”

निफ्टी में 3 फीसदी का उछाल

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने शुक्रवार को कहा कि पिछले दो दिनों में निफ्टी में तीन फीसदी की तेजी आई है। उम्मीद की जा सकती है कि तरलता आधारित तेजी के चलते यह तेजी अगले हफ्ते भी जारी रहेगी। निफ्टी शुक्रवार को 274 अंक (प्लस 1.3%) चढ़ कर 21,456 पर बंद हुआ। उन्होंने कहा कि आईटी, पीएसयू बैंक, धातु और तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में लिवाली से कारोबार मिला-जुला रहा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नरम रुख और डॉलर इंडेक्स में गिरावट के बाद वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में तेजी देखी जा रही है। खेमका ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की मजबूत लिवाली और बेहतर वृहद आर्थिक परिदृश्य से भारतीय बाजारों में सकारात्मक रुख को समर्थन मिला है।

निवेशकों की संपत्ति 8.11 लाख करोड़ बढ़ी 

शेयर बाजारों में पिछले तीन दिनों से जारी तेजी के बीच निवेशकों की संपत्ति 8.11 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। शुक्रवार को बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स पहली बार 71,000 अंक पार कर गया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 969.55 अंक यानी 1.37 प्रतिशत उछलकर अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 71,483.75 अंक पर बंद हुआ। यह बीएसई में तेजी का लगातार तीसरा कारोबारी सत्र रहा। इन तीन दिनों में सेंसेक्स में कुल 1,932.72 अंक यानी 2.77 प्रतिशत की जोरदार बढ़त दर्ज की गई। तेजी के इस दौर में निवेशकों की पूंजी में 8,11,802.11 करोड़ रुपये का उछाल आ गया। इसके साथ ही बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त रूप से बाजार मूल्यांकन 3,57,87,999.80 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

इनपुट: आईएएनएस

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