RBI Policy से पहले Stock Market में बृहस्पतिवार को मामूली गिरावट दर्ज की गई। इसके साथ ही शेयर बाजार में पिछले छह दिन से जारी तेजी पर विराम लग गया। बैंक तथा ऊर्जा शेयरों में मुनाफावसूली से बीएसई सेंसेक्स 51.73 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। भारतीय रिजर्व बैंक की शुक्रवार को जारी होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले निवेशकों ने भी सतर्क रुख अपनाया। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 51.73 अंक यानी 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,298.80 अंक पर बंद हुआ।
मुनाफावसूली से बाजार लुढ़का
कारोबार के दौरान यह ऊंचे में 58,712.66 अंक तक गया और नीचे में 57,577.05 अंक तक आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 6.15 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,382 अंक पर बंद हुआ। कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘छह दिन से जारी तेजी के बाद आखिकार मुनाफावसूली देखने को मिली। आरबीआई की शुक्रवार को जारी होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले बैंक और रियल्टी क्षेत्र के शेयर स्थिर रहे। एशिया के अन्य बाजारों तथा यूरोपीय बाजारों में तेजी के साथ प्रमुख सूचकांकों को काफी हद तक नुकसान से उबरने में मदद मिली।’’
इन कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट
सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, भारतीय स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावरग्रिड और कोटक महिंद्रा बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, नेस्ले इंडिया, इन्फोसिस, डॉ.रेड्डीज, विप्रो और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख, ‘‘मजबूत अमेरिकी आंकड़ों के साथ घरेलू बाजार लाभ के साथ खुले। लेकिन अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने की आशंका के साथ निवेशक सतर्क नजर आए। इससे बाजार में उतार-चढ़ाव आया। पीएमआई और व्यापार घाटे के कमजोर आंकड़ों से घरेलू रुपये और शेयर बाजार पर दबाव पड़ा है।’’
एशियाई बाजार में रही तेजी
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बाजार बुधवार को बढ़त में रहे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 96.51 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 765.17 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
रुपया गिरावट के साथ 79.32 प्रति डॉलर पर
निराशाजनक वृहत आर्थिक आंकड़ों तथा अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे कमजोर होकर 79.32 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.21 के स्तर पर खुला। कारोबार के अंत में यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे की गिरावट के साथ 79.32 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बुधवार को रुपया 62 पैसे टूटकर 79.15 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। चालू वित्तवर्ष में यह एक दिन के कारोबार में रुपये में आई सर्वाधिक गिरावट थी। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.27 प्रतिशत घटकर 106.22 रह गया।