Rakesh Jhunjhunwala death anniversary : भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला की आज दूसरी पुण्यतिथि है। उन्हें भारतीय शेयर बाजार का बिग बुल कहा जाता है। झुनझुनवाला का आज से दो साल पहले निधन हो गया था। उनके निधन की दूसरी वर्षगांठ पर निवेशक उन्हें याद कर रहे हैं और उनकी इन्वेस्टमेंट फिलॉसफी से प्रेरणा ले रहे हैं। ट्रेंडलाइन के अनुसार, झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो का प्रबंधन वर्तमान में रेयर एंटरप्राइजेज की एक टीम करती है, जिसका नेतृत्व उत्पल शेठ और अमित गोयल करते हैं। आज हम आपको झुनझुनवाला के 5 ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जो आपको शेयर मार्केट की इन्वेस्टमेंट जर्नी में बहुत मदद करेंगे।
लॉन्ग टर्म का सोचें
झुनझुनवाला लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की पावर में विश्वास करते थे। उन्होंने कहा था, "शेयर बाजार impatient से patient को पैसे ट्रांसफर करने का एक डिवाइस है।" यानी जिसके पास धैर्य होगा, वही शेयर बाजार में सक्सेस हो सकता है। उनकी सफलता इस विश्वास की पुष्टि करती है, क्योंकि उन्होंने बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान अपने निवेश को बनाए रखा और समय के साथ महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त किए।
स्ट्रांग मैनेजमेंट में विश्वास
झुनझुनवाला मैनेजमेंट टीम की क्षमता को इम्पोर्टेंस देते थे। उन्होंने कहा था, "ऐसे व्यवसायों में निवेश करें, जिनकी एक मजबूत मैनेजमेंट टीम हो जिसका एक प्रूवन ट्रैक रिकॉर्ड हो।"
प्रैक्टिकल मार्केट अप्रोच
झुनझुनवाला प्रैक्टिकल मार्केट अप्रोच में यकीन करते थे। वे कहते थे, "बाजार का सम्मान करें। खुला दिमाग रखें। जानें कि क्या दांव पर लगाना है। जानें कि कब नुकसान उठाना है। जिम्मेदार बनें।" उनका मानना था कि बाजार की गतिशीलता का सम्मान करना और नई जानकारी के अनुकूल रहना जरूरी है।
धैर्य और अनुशासन
धैर्य और अनुशासन झुनझुनवाला की निवेश रणनीति के मूल में थे। उन्होंने निवेशकों से शांत रहने और बाजार की चाल पर जल्दबाजी में फैसले लेने से बचने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "भावनात्मक निवेश शेयर बाजार में नुकसान का एक निश्चित तरीका है।"
गलतियों से सीखें
झुनझुनवाला गलतियों से सीखने में विश्वास करते थे और उन्हें विकास के अवसरों के रूप में देखते थे। झुनझुनवाला ने एक बार कहा था, "असफलताएं जीवन का हिस्सा हैं। यदि आप असफल नहीं होते हैं, तो आप सीखते नहीं हैं। यदि आप सीखते नहीं हैं, तो आप कभी नहीं बदलेंगे।"