शेयर बाजार (Stock Market) के लिए बीता हफ्ता रिकॉर्ड तोड़ रहा। लगातार रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहा सेंसेक्स (Sensex) पिछले हफ्ते 780 अंक चढ़ गया। इसके साथ ही Sensex ने 66000 अंकों का महत्वपूर्ण स्तर भी पार कर लिया। लेकिन सोमवार से शुरू हो रहे नए हफ्ते में बाजार कहां रुख करेगा, बाजार में ऐसे कौन से ट्रिगर्स हैं जिन पर निवेशकों को नजर रखनी होगी और बाजार में कौन से बदलाव मुनाफेमंद साबित हो सकते हैं? इस बारे में एक्सपर्ट की मानें तो शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कंपनियों के तिमाही नतीजों, वैश्विक रुख और विदेशी कोषों के प्रवाह से तय होगी। इस समय स्थानीय शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड स्तर पर हैं। विश्लेषकों का कहना है कि रुपये की चाल और ब्रेंट कच्चे तेल के दाम पर भी निवेशकों की निगाह रहेगी।
कंपनियों के तिमाही नतीजे होंगे अहम ट्रिगर्स
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों की दिशा, रुपये-से-डॉलर की विनिमय दर और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का बाजार के कुल रुख पर असर पड़ेगा। घरेलू घटनाक्रमों के अलावा ये कारक भी बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि संस्थागत गतिविधियों का भी बाजार पर प्रभाव देखने को मिलेगा। इस सप्ताह सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, अशोक लेलैंड, डीएलएफ, जेएसडब्ल्यू स्टील, हिंदुस्तान जिंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजे आने हैं।
मानसून की प्रगति पर निर्भर FMCG और वाहन सेक्टर
मास्टर कैपिटल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘वैश्विक और घरेलू संकेतक, कंपनियों के तिमाही नतीजे, विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों का रुख, मानसून की प्रगति तथा कच्चे तेल के दाम इस सप्ताह बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे।’’ बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 780.45 अंक या 1.19 प्रतिशत की बढ़त में रहा। शुक्रवार को सेंसेक्स अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर 66,060.90 पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 66,159.79 के अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर तक चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुक्रवार को अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर 19,564.50 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 19,595.35 के अपने नए उच्चस्तर तक गया।
चीन के आर्थिक आंकड़े डालेंगे असर
वैश्विक मोर्चे पर चीन सोमवार को अप्रैल-जून तिमाही के आर्थिक वृद्धि के आंकड़े जारी करेगा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘‘विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय बाजार में लिवाल बने हुए हैं। एफपीआई वित्तीय, वाहन, पूंजीगत सामान, रियल्टी और एफएमसीजी शेयरों में लगातार निवेश कर रहे हैं। एफपीआई की खरीदारी ने सेंसेक्स और निफ्टी को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने में मदद की है।’’