वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (Paytm) के शेयर में मंगलवार को 5% लोअर सर्किट लग गया। पेटीएम का शेयर 333.85 रुपये पर बंद हुआ। आपाको बता दें कि पेटीएम के स्टॉक में लगातार नौवें सत्र से गिरावट जारी है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सेवाओं पर आरबीआई के प्रतिबंध के कारण पिछले छह महीनों में पेटीएम के शेयरों में 62 फीसदी की गिरावट आई है। फरवरी में, मैक्वेरी ने पेटीएम पर अपना लक्ष्य मूल्य पहले के 650 रुपये से घटाकर 275 रुपये कर दिया था। आखिर, क्या वजह है कि पेटीएम के शेयर में गिरावट गहराता जा रहा है। आइए जानते हैं।
इसलिए टूट रहा है कंपनी का स्टॉक
कंपनी द्वारा पेटीएम के मुख्य परिचालन अधिकारी और अध्यक्ष भावेश गुप्ता के इस्तीफे के बारे में एक्सचेंजों को सूचित करने के बाद स्टॉक 5% फिसलकर ₹334.15 के निचले सर्किट पर पहुंच गया। बीते शनिवार को हुई बोर्ड मीटिंग में कंपनी के प्रेसिडेंट और सीओओ भावेश गुप्ता (Bhavesh Gupta) ने इस्तीफा दे दिया था। वे साल 2020 से इस पद पर थे और उन्होंने कंपनी को अलविदा कहने के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया। इससे पहले, पीपीबीएल के एमडी और सीईओ सुरिंदर चावला; वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) के मुख्य विपणन अधिकारी (सीएमओ) सुमित माथुर; और वरिष्ठ उपाध्यक्ष-व्यवसाय प्रवीण शर्मा ने अपने संबंधित पदों से इस्तीफा दिया था।
जानकारों का कहना है कि पेटीएम से कई और बड़े पद पर इस्तीफे होने की खबर आ रही है। यह कंपनी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं होने का संकेत दे रहा है। इसका असर कंपनी के शेयर पर देखने को मिल रहा है। निवेशकों के बीच डर का माहौल है। इससे बिकवाली हावी है, जिसके चलते शेयर का भाव लगातार नीचे जा रहा है।
पेटीएम Q1 रिजल्ट देने की तैयारी में
पेटीएम इस महीने के अंत में अपने वार्षिक और चौथी तिमाही के नतीजों की रिपोर्ट करने की तैयारी कर रहा है। ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल कस अनुमान है कि कंपनी के FY25E राजस्व में 24 प्रतिशत की गिरावट आएगी, जबकि लाभ में 30 प्रतिशत की गिरावट आएगी। कंपनी का मार्जिन वित्त वर्ष 2015 में 51 प्रतिशत पर बने रहने की उम्मीद है, जबकि वित्त वर्ष 2014 में यह 56 प्रतिशत था।