Highlights
- पतंजलि ग्रूप का कारोबार आज के समय में 40,000 करोड़ रुपये का है
- 1 लाख पतंजलि वेलनेस सेंटर खोलने की तैयारी
- समूह की योजना अगले 5 वर्षों में 5 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने की है
योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने आज नई दिल्ली में अगले पांच साल में भारतीय शेयर बाजारों (Share Market) में चार नई पतंजलि कंपनियों (Patanjali Companies) को सूचीबद्ध (Listed) करने की घोषणा की है। भारत की राष्ट्रीय राजधानी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि मेडिसिन, पतंजलि वेलनेस और पतंजलि लाइफस्टाइल से चार नए पतंजलि आईपीओ लॉन्च किया जाएगा। पतंजलि ग्रूप का कारोबार आज के समय में 40,000 करोड़ रुपये का है और समूह का टार्गेट अगले 5 वर्षों में ₹1 लाख करोड़ जुटाने का है।
1 लाख पतंजलि वेलनेस सेंटर खोलने की तैयारी
शुक्रवार को नई दिल्ली में एक मीडिया सभा को संबोधित करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि हम अगले पांच वर्षों में चार नए आईपीओ लाकर पतंजलि समूह की पांच सूचीबद्ध कंपनियों को प्राप्त करने की तैयारी कर रहे हैं। समूह का लक्ष्य निकट भविष्य में पतंजलि वेलनेस के 1,000 आईपीडी और ओपीडी केंद्र शुरू करना है जो अगले 10 वर्षों में 1 लाख स्टोर्स तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि ये 1 लाख पतंजलि वेलनेस सेंटर भारत और विदेशों में खोले जाएंगे, क्योंकि पतंजलि समूह का उद्देश्य भारत से एलोपैथी उपचार को पारंपरिक भारतीय चिकित्सा उपचार और चिकित्सा प्रणाली से बदलना है।
बाबा रामदेव ने आगे कहा कि पतंजलि समूह ने इन चार कंपनियों को सूचीबद्ध करने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी का लक्ष्य समूह की इन 5 कंपनियों के 5 लाख करोड़ रुपये के बाजार मूल्य को प्राप्त करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना है।
2,000 करोड़ रुपये का वार्षिक रिटर्न कमाने का लक्ष्य
'पतंजलि फूड्स' ऑयल पाम प्लांटेशन में भारत की सबसे बड़ी कंपनी होगी। एक बार लगाए जाने के बाद ऑयल पॉम ट्री अगले चालीस वर्षों तक रिटर्न देता है। अगले 5-7 वर्षों में इससे लगभग 2,000 करोड़ रुपये का वार्षिक रिटर्न कमाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यह भारत को लगभग 3 लाख करोड़ रुपये बचाने में सक्षम करेगा जो वह सालाना खाद्य तेल आयात पर खर्च करता है।
अधिक रोजगार प्रदान करने पर फोकस
पतंजलि ग्रुप इस समय 5 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नौकरियां दे रहा है। समूह की योजना अगले 5 वर्षों में 5 लाख प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने की है। इससे बेरोजगारी कम करने में मदद मिलेगी।